दुर्ग सेंट्रल जेल के अंदर से नशे की तस्करी:मोबाइल सुविधा मिलने से सरगना एक जगह बैठे-बैठे चला रहा गैंग, दो गिरफ्तार

दुर्ग सेंट्रल जेल के अंदर से नशे की तस्करी:मोबाइल सुविधा मिलने से सरगना एक जगह बैठे-बैठे चला रहा गैंग, दो गिरफ्तार

दुर्ग पुलिस ने 25 लाख रुपए की ब्राउन शुगर के साथ दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में एक और बड़ खुलासा यह हुआ है कि ये गैंग जेल के अंदर बैठा सोनू सरदार चला रहा था। उसे दुर्ग सेंट्रल जेल के अंदर मोबाइल की सुविधा मुहैय्या कराई गई है। उसी के जरिए वो नशे का अपना पूरा कारोबार जेल के अंदर बैठे बैठे संचालित कर रहा है। दुर्ग एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने जेल में का निरीक्षण कर इसकी जांच करने की बात कही है।

 दुर्ग एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने बताया कि उन्होंने नशे के कारोबार पर लगाम लगाने के लिए एक पूरी टीम तैयार की थी। दुर्ग सीएसपी आईपीएस वैभव बैंकर के नेतृत्व में क्राइम की टीम ने पुराने नशे के आरोपियों पर निगरानी रखी हुई थी। इसी दौरान पुलिस को पता लगा कि ब्राउन शुगर के मामले में जेल से छूट कर बाहर आया शिवपारा दुर्ग निवासी लक्की महार (29 साल) वहीं रहने वाले अपने साथ काशी निषाद (24 साल) के साथ मिलकर ब्राउन शुगर बेचने का काम करता है। शनिवार को पुलिस को सूचना मिली वो लोग इमली पेड़ के पास भारी मात्रा में ब्राउन शुगर अपने पास रखे हैं और उसे बेचने के लिए ग्राहक तलाश रहे हैं। पुलिस की एक टीम शिवपारा इमली पेड़ के पहुंची और घेराबंदी करके लक्की महार और काशी निषाद को गिरफ्तार किया। तलाशी लेने पर लक्की के कब्जे से 7 बंडल में 140 पुड़िया वजन 15.55 ग्राम और काशी के पास से 5 बंडल में 100 पुड़िया वजन 9.99 ग्राम सहित कुल 25.54 ग्राम ब्राउन शुगर जब्त की गई। इसकी कुल कीमत 25 लाख रुपए से अधिक बताई जा रही है।

जेल के अंदर पैसे से मिलती है मोबाइल व अन्य सुविधाएं
आरोपी लक्की महार ने बताया कि वह 8 महीने पहले ब्राउन शुगर के केस में जेल गया था। वहां उसने देखा कि कैदियों को मोबाइल फोन तक की सुविधा दी जाती है। एक मोबाइल के लिए उनसे 2 हजार रुपए महीना लिया जाता है। इतना ही नहीं पैसा देने से कैदियों को अच्छा खाना से लेकर अन्य सुविधाएं मिलती है।

सोनू सरदार जेल के अंदर से करता ब्राउन शुगर की तस्करी
लक्की ने बताया कि वो चरस पीने का आदी है। वह अपने नशे का शौक पूरा करने के लिए ब्राउन शुगर को बेचने का काम करता है। 25 लाख रुपए का ब्राउन शुगर उसका नहीं बल्कि नशे का बड़ा तस्कर सुपेला निवासी सोनू सरदार का है। सोनू सरदार ने जेल के अंदर से लक्की को फोन किया। लक्की नागपुर बस स्टैंड उतरा। इसके बाद उससे वहां तस्कर मिला। उसने उसे ब्राउन शुगर दिया और वो उसे लेकर यहां आ गया। इसके बाद इसे दुर्ग में बेंचने का काम कर रहा है। सोनू सरदार कुछ दिन पहले ही बड़ी मात्रा में अवैध शराब बेचने के मामले में जेल गया है।

दुर्ग में एक दर्जन से अधिक लोग करते हैं ब्राउन शुगर बेचने का काम
लक्की ने यहां तक बताया कि ब्राउन शुगर बेचने वाला वो अकेला नहीं है। अकेले दुर्ग शहर में एक दर्जन से अधिक लोग ये काम करते हैं। उसने बताया कि दुर्ग शंकर नगर निवासी मोंटू, उसका भाई चुनमुन, निक्की, दीपेश, बाउंसर, प्रदीप ठाकुर जैसे कई नाम ऐसे हैं जो यही काम करते हैं।