भिलाई में न्यूनतम तापमान 12 डिग्री पर पहुंचा, मैत्री बाग में व्हाइट टाइगर के केज के सामने अलाव का इंतजाम

भिलाई में न्यूनतम तापमान 12 डिग्री पर पहुंचा, मैत्री बाग में व्हाइट टाइगर के केज के सामने अलाव का इंतजाम

  दुर्ग. दुर्ग जिले में ठंड बढ़ने लगी है। ऐसे में मैत्री बाग जू प्रबंधन ने वन्य प्राणियों को ठंड से बचाने के लिए उनके केज के पास अलाव जलाना शुरू कर दिया है। रात में अधिक ठंड से बचाने के लिए जानवरों के केज को कवर भी किया जा रहा है।

भिलाई इस्पात संयंत्र का उद्यानिकी विभाग मैत्रीबाग जू का संचालन करता है। भिलाई में न्यूनतम तापमान 12 डिग्री तक पहुंच जाने पर यहां का प्रबंधन जंगली-जानवरों और पक्षियों की सुरक्षा को लेकर अलर्ट हो गया है। जू में ठंड से जानवर परेशान ना हों, इसके लिए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। शाम होते ही वाइट टाइगर के केज के सामने जहां अलाव जलाया जा रहा है, वहीं पक्षियों और अन्य जानवरों को भी ठंड से बचाने के इंतजाम किए जा रहे हैं। कई केज में हैलोजन लाइट लगाई जा रही है, जिससे वहां गर्मी बनी रहे। मैत्री गार्डन के प्रभारी और जीएम डॉ. एनके जैन ने बताया कि वाइट टाइगर को ठंड से बचाने के लिए अलाव जलाया जा रहा है। 

जू के अंदर जो अन्य वन्यजीव हैं उनके केज में हीटर, हैलोजन और पैरावट जैसी चीजों से गर्मी बनाने के लिए इंतजाम किए जा रहे हैं। पक्षियों के पिंजरे में हैलोजन लगाए जा रहे हैं, ताकि पक्षियों को रात के समय ठिठुरन ना महसूस हो। देश से सबसे बड़े चिड़ियाघर के रूप में मैत्रीबाग को जाना जाता है। यहां 300 से अधिक वन्य प्राणी हैं। टाउनशिप क्षेत्र में हरियाली की वजह से यहां अधिकतम और न्यूनतम दोनों ही तापमान अन्य स्थानों की अपेक्षा एक से दो डिग्री कम रहता है। लगातार ठंड बढ़ने से रात में टेम्प्रेचर 10 से 12 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच रहा है। ऐसे में सफेद शेरों के लिए खास इंतजाम करने होते हैं।