खास समाचार : दुर्ग में नशे के खिलाफ सख्त अभियान: 6 माह में 49 मामले दर्ज, 231 किलो से अधिक गांजा जब्त
वीसी बैठक में प्रभारी सचिव सुब्रत साहू ने मादक पदार्थों के त्वरित नष्टीकरण और पुनर्वास केंद्रों के विस्तार के दिए निर्देश

दुर्ग जिले में नारकोटिक्स एक्ट के तहत की जा रही सख्त कार्रवाई के चलते पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। वर्ष 2025 के शुरुआती छह महीनों में 49 प्रकरण दर्ज कर 231 किलो से अधिक गांजा, भारी मात्रा में नशीली दवाइयाँ और हेरोइन-शुगर जैसे घातक मादक पदार्थ जब्त किए गए हैं। प्रभारी सचिव सुब्रत साहू ने इस कार्रवाई की समीक्षा करते हुए मादक पदार्थों के जल्द नष्टीकरण और पुनर्वास प्रयासों को गति देने के निर्देश दिए।
दुर्ग, 19 जून 2025। जिले में नारकोटिक्स नियंत्रण को लेकर प्रभारी सचिव श्री सुब्रत साहू की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिला स्तरीय समिति नारकोटिक्स की बैठक आयोजित हुई। बैठक में कलेक्टर अभिजीत सिंह, पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल समेत कई विभागों के अधिकारी जुड़े।
बैठक में पुलिस अधीक्षक द्वारा बताया गया कि 1 जनवरी 2025 से 19 जून 2025 तक एनडीपीएस एक्ट के तहत कुल 49 प्रकरण दर्ज किए गए हैं। इनमें से 231.745 किलोग्राम गांजा, 55,182 नशीली दवाइयाँ, 306.29 ग्राम हेरोइन और 2.5 ग्राम ब्राउन शुगर बरामद की गई है। इनमें से दो मामले पेट्रोलिंग के दौरान पकड़े गए, जबकि शेष 47 मामले मुखबिर की सूचना पर कार्रवाई करते हुए सामने आए।
सचिव साहू ने जब्त मादक पदार्थों के नष्टीकरण को तीन से चार माह की समयसीमा में अनिवार्य रूप से पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने नारकोटिक्स मामलों के शीघ्र निपटारे, आरोपियों की गिरफ्तारी में तेजी और जब्ती की कार्यवाही को और प्रभावशाली बनाने पर बल दिया। बैठक में बच्चों के लिए विशेष नशा मुक्ति केंद्र की आवश्यकता जताई गई, जिस पर प्रभारी सचिव ने नशा पीड़ित महिलाओं, किशोरों व बच्चों के लिए अलग पुनर्वास व्यवस्था हेतु प्रस्ताव तैयार करने को कहा। खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने जानकारी दी कि अप्रैल 2024 से मई 2025 के बीच 26 औषधि विक्रेताओं को नोटिस, 18 के विरुद्ध निलंबन तथा 3 का पंजीयन निरस्त किया गया। इस पर श्री साहू ने बंद पड़ी दवा दुकानों के पंजीयन समाप्त करने और फर्मों की नियमित जांच सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।