छत्तीसगढ़ में 'मंत्री' हत्याकांड का लाइव VIDEO.....चाचा-भतीजे समेत 5 लोगों ने बीच सड़क पर मारा चाकू; ननिहाल में छुपा था हिस्ट्रीशीटर.....

(ए)। दुर्ग के श्रीराम उर्फ मंत्री यादव हत्याकांड का CCTV वीडियो सामने आया है। वीडियो साफ नहीं है, लेकिन कुछ लोग बीच सड़क पर मंत्री को चाकू मारते दिख रहे हैं। मंत्री हत्याकांड में पूर्व पार्षद और हिस्ट्रीशीटर अजय दुबे समेत उसके परिवार के लोगों का इंवॉल्वमेंट है। अब तक मास्टर माइंड अक्षत उर्फ मान्या दुबे समेत 5 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
छत्तीसगढ़ में 'मंत्री' हत्याकांड का CCTV VIDEO सामने आया, जिसमें 5 लोगों ने मिलकर चाकू मारा है।
आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी। क्राइम कंट्रोल यूनिट की 2 टीमें पांच दिन से बस्तर में डेरा डाले बैठी थी। इसी बीच शनिवार को चाचा-भतीजे हिस्ट्रीशीटर अजय दुबे और चंदू दुबे को गिरफ्तार किया गया। दोनों को कोंडागांव जिले से पकड़कर दुर्ग लाया गया है। मुख्य आरोपी अक्षत उर्फ मान्या दुबे ने पुलिस पूछताछ में बताया था कि सितंबर 2023 में उसके चाचा अजय दुबे के साथ श्रीराम उर्फ मंत्री यादव और उसके परिवार के लोगों मारपीट की थी। उसका बदला लेने के लिए आरोपियों ने 21 मई 2024 को मंत्री यादव के अकेला होने की जानकारी मिली।
इसके बाद पांचों आरोपी एकजुट हुए। 21 मई की रात को पांचों आरोपियों ने मिलकर बीच सड़क पर चाकू से वार दिया, जिससे वह बुरी तरह से घायल हो गया, जिसे वारदात के बाद अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन अस्पताल में मंत्री यादव की मौत हो गई। इससे पहले, 21 मई को हत्या के दो दिन बाद ही पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। वारदात में मुख्य रूप से अजय दुबे के भतीजे अक्षत उर्फ मान्या दुबे, शुभम शर्मा उर्फ पंडित और वंश राजपूत शामिल हैं।
वारदात के बाद हिस्ट्रीशीटर अजय दुबे अपनी पत्नी, बेटे और भतीजे को लेकर दुर्ग से भाग गया था। वह अपने ननिहाल कोंडागांव पहुंचा था। यहां उसने अपनी पत्नी, बेटे और आरोपी भतीजे चंदू को वहां छोड़ा और खुद ओडिशा की तरफ बढ़ गया। पुलिस टीम लगातार उसकी तलाश करती रही, लेकिन उसने अपना मोबाइल ओडिशा के उमरकोट में बंद कर दिया।
ओडिशा के उमरकोट से लगे गांव जो छत्तीसगढ़ सीमा पर है, अजय दुबे वहीं छुपा था। वहां किसी धोखाधड़ी के मामले के आरोपी को पकड़ने पुलगांव पुलिस पहुंची थी। जिन्हें देखकर पड़ोस के घर में छुपा अजय दुबे मौके से फरार हो गया। कुछ देर बाद वहां क्राइम कंट्रोल यूनिट की टीम पहुंची।
उमरकोट के पास के गांव से भागने के बाद अजय दुबे वापस अपने ननिहाल कोंडागांव पहुंचा। जहां उसकी पत्नी, बेटा और आरोपी अमिताभ उर्फ चंदू दुबे पहले से थे। क्राइम कंट्रोल यूनिट ने कोंडागांव से ओडिशा के उमरकोट तक पांच दिन पीछा कर हिस्ट्रीशीटर अजय दुबे और चंदू दुबे को कोंडागांव से गिरफ्तार कर लिया।