दुर्ग में झमाझम बारिश से नदी-नाले उफान पर.....तापमान कम होने से बढने लगी ठंड....

दुर्ग में झमाझम बारिश से नदी-नाले उफान पर.....तापमान कम होने से बढने लगी ठंड....

छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में सोमवार से लगातार बारिश हो रही है। शनिवार को दोपहर में जहां तेज बारिश हुई तो देर शाम से हल्की बूंदाबांदी के साथ ठंडी हवाएं चली। पिछले कई दिनों से लगातार हो रही बारिश के चलते जिले का तापमान काफी कम हो गया है। इससे न सिर्फ मौसम सुहाना हो गया है, बल्कि तड़के ठंड का एहसास भी होने लगा है।

दुर्ग जिले में नदी हो, नाला या फिर पोखर और डैम सभी में पानी बढ़ा हुआ है। शहर की बात करें तो यहां की सड़कें और नालियों में जलभराव की स्थिति हो गई है। नाली के ऊपर से पानी बहकर सड़कों में आ रहा है। इससे लोगों को आवागमन में भी परेशानी हो रही है।

लगातार बारिश के चलते जिले की औसत बारिश का अंतर भी कम हुआ है। मौसम विभाग की माने तो सोमवार से पहले जिले में औसत बारिश का अंतर जहां -52 प्रतिशत था। वो शनिवार को घटकर घटकर -22 प्रतिशत पर पहुंच गया है।

मौसम विभाग की माने तो यदि इसी तरह और बारिश हुई तो दुर्ग जिले में भी बारिश का अवसत सामान्य में पहुंच जाएगा। अब तक सबसे कम बारिश वाले जिलों की बात करें तो छत्तीसगढ़ में सबसे कम बारिश सरगुजा जिले में -59 प्रतिशत हुई है। वहीं बीजापुर जिले में सामान्य से 108 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। शुक्रवार को जिले के तापमान की बात करें तो लगातार बारिश और ठंडी हवा चलने से जिले का तापमान काफी कम हो गया है। मौसम विभाग के मुताबिक तापमान की बात करें यहां का मैक्सिमम टंप्रेचर 26 और मिनिमम टंप्रेचर 20 डिग्री सेंटीग्रेट दर्ज किया गया। इसके चलते देर रात और सुबह पंखे में भी ठंड का अहसास होने लगा है।

दुर्ग जिले में 1 जून से 27 जुलाई तक 355.8 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है। कार्यालय कलेक्टर भू-अभिलेख शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार 1 जून से अब तक सर्वाधिक वर्षा 579.3 मिमी पाटन तहसील में और न्यूनतम 219.5 मिमी बोरी तहसील में दर्ज की गई है।

इसके अलावा तहसील दुर्ग में 290.8 मिमी, तहसील धमधा में 239.0 मिमी, तहसील भिलाई 3 में 299.4 मिमी और तहसील अहिवारा में 386.9 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। 27 जुलाई को तहसील दुर्ग में 14.8 मिमी, धमधा तहसील में 8.4 मिमी, पाटन तहसील में 24.1 मिमी, बोरी तहसील में 10.5 मिमी, भिलाई-3 तहसील में 22.2 और अहिवारा तहसील में 15.2 वर्षा दर्ज की गई है।

शिवनाथ नदी के कैचमेंट एरिया में लगातार बारिश से मोंगरा बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण शिवनाथ नदी के महमरा एनीकट के ऊपर 7 फीट पानी बह रहा है। वहीं पिछले दिनों की तुलना में तांदुला नदी, खरखरा नदी व शिवनाथ के अन्य सहायक नालों में जलस्तर कम हुई है। जिला प्रशासन ने लोगों से कहा है कि नदी के जलस्तर को देखते हुए सतर्कता बरतें।