भुइयां पोर्टल हैकिंग कांड: नाबालिक समेत 6 आरोपी गिरफ्तार
अहिवारा पटवारी के यूजर आईडी-पासवर्ड से भुइयां पोर्टल हैक कर जमीनों में हेरफेर, SBI शाखा से 36 लाख का लोन भी आहरित—पुलिस की टास्क टीम ने नाबालिक सहित छह को दबोचा
दुर्ग जिला पुलिस ने भुइयां पोर्टल में हैकिंग और सरकारी जमीनों के रिकॉर्ड में छेड़छाड़ करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। पटवारी का पासवर्ड हासिल कर जमीन के दस्तावेजों को फर्जी तरीके से बदलकर लाखों रुपये का लोन लेने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए नाबालिक सहित छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
भिलाई। दुर्ग से एक बड़ा साइबर फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है, जहां भुइयां पोर्टल में छेड़छाड़ कर सरकारी जमीनों के दस्तावेजों को बदलने का मामला सामने आया है। इस हाई-प्रोफाइल हैकिंग कांड में पुलिस ने नाबालिक बालक सहित छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मामला अहिवारा के हल्का नंबर 16 के ग्राम छोटी और मुरमुंदा का है, जहां पटवारी के यूजर आईडी और पासवर्ड का दुरुपयोग कर पोर्टल में हेरफेर कर जमीनों की बिक्री और फर्जी लोन उठाए जाते थे।
तहसीलदार राधेश्याम वर्मा ने 13 अगस्त 2025 को अमलेश्वर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि भुइयां सॉफ्टवेयर में अवैध तरीके से एंट्री बदलकर सरकारी जमीनों को निजी खातों में स्थानांतरित किया गया। साथ ही भारतीय स्टेट बैंक, नंदिनी नगर शाखा से ₹36 लाख का लोन भी इसी फर्जीवाड़े के जरिए आहरित किया गया।
शिकायत के बाद पुलिस ने टास्क टीम गठित की और प्रारंभिक जांच में आरोपी एन.के. साहू, अमित कुमार मौर्य और गणेश प्रसाद तंबोली को गिरफ्तार किया। पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ कि मुरमुंदा क्षेत्र में पटवारी के सहायक के रूप में काम करने वाले नाबालिक को आरोपी संजय वर्मा ने प्रलोभन देकर पटवारी का पासवर्ड हासिल किया। इसके बाद गिरोह ने पोर्टल में छेड़छाड़ कर दस्तावेजों को कूट रचित तरीके से तैयार किया और बैंक से ऋण की राशि निकाली।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) अभिषेक झा ने बताया कि अशोक उरांव की निशानदेही पर कुल छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और नाबालिक को भी हिरासत में लिया गया है। पुलिस के अनुसार इस गिरोह में और भी लोगों की संलिप्तता हो सकती है, जिनकी तलाश जारी है।
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