‘ऑपरेशन सुरक्षा’ का असर: नशे में वाहन चलाने वाले 547 चालकों पर कार्रवाई, ₹54 लाख का जुर्माना

दुर्ग जिले में देर रात तक ब्रीथएनालाइज़र से चेकिंग जारी, ट्रैफिक पुलिस ने कोर्ट में पेश किए शराबी चालक, लाइसेंस निलंबन की कार्रवाई भी शुरू

दुर्ग जिले में सड़कों को सुरक्षित बनाने के लिए चलाए जा रहे ‘ऑपरेशन सुरक्षा’ अभियान के तहत नशे में वाहन चलाने वालों पर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। विगत साढ़े पाँच महीनों में 547 चालकों पर मोटर व्हीकल एक्ट की धारा 185 के तहत केस दर्ज कर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। अदालत ने सभी आरोपियों पर ₹10,000 का जुर्माना लगाते हुए कुल ₹54.70 लाख की वसूली की है।

दुर्ग।  दुर्ग जिला ट्रैफिक पुलिस द्वारा सड़क सुरक्षा को लेकर चलाए जा रहे ‘ऑपरेशन सुरक्षा’ अभियान के तहत शराब पीकर वाहन चलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। शाम से लेकर देर रात तक शहर के विभिन्न प्रमुख मार्गों, चौराहों और ब्लैक स्पॉट्स पर चेकिंग पाइंट्स लगाए जाते हैं, जहां ब्रीथएनालाइज़र मशीन से चालकों की जांच की जा रही है।

पिछले दो दिनों में 18 वाहन चालकों पर कार्रवाई की गई, जबकि विगत 5 माह 25 दिन में कुल 547 चालकों को पकड़ा गया है।
इन सभी चालकों के खिलाफ मोटर व्हीकल एक्ट की धारा 185 के तहत केस दर्ज कर, वाहनों को जब्त कर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया।

माननीय न्यायालय द्वारा सभी चालकों को ₹10,000-₹10,000 का जुर्माना किया गया, जिससे अब तक कुल ₹54 लाख 70 हजार की राशि वसूली जा चुकी है। साथ ही, इन चालकों के ड्राइविंग लाइसेंस निलंबन के लिए परिवहन विभाग को पत्र भेजे गए हैं।

  •  सड़क अभियंत्रिकी की त्रुटियों को सुधारने का प्रयास।
  • अवैध अतिक्रमण और कब्जा हटाने की कार्रवाई।
  • वाहन चालकों को जागरूक करने यातायात जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन।
  • लापरवाह चालकों और दुर्घटनाओं के प्रमुख कारणों पर सख्त निगरानी।

रात्रिकालीन हादसों में अक्सर नशे की वजह से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए यह अभियान लगातार चलाया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि अभियान तब तक जारी रहेगा, जब तक जिले की सड़कें पूरी तरह सुरक्षित और अनुशासित नहीं हो जातीं।