नेत्रहीन बच्चों के लिए रंगों से परे खास होली उत्सव

भिलाई में फागुन महोत्सव: संगीत, स्पर्श और भावनाओं के संग रंगों का एहसास

भिलाई। इस बार फागुन महोत्सव भिलाई में नेत्रहीन बच्चों के लिए विशेष रूप से आयोजित किया गया, जिसमें रंगों की अनुभूति से परे संगीत, स्पर्श और भावनाओं के माध्यम से होली का उत्सव मनाया गया।

इस अनूठे आयोजन की पहल प्रशम दत्ता ने की, जहां नेत्रहीन बच्चों को मुख्य अतिथि बनाया गया। बच्चों ने पारंपरिक होली गीतों, नृत्य और संगीत के माध्यम से त्योहार का आनंद लिया। गुलाल की सुगंध, ढोल-नगाड़ों की गूंज और फूलों की खुशबू से बच्चों को होली का अनोखा अनुभव दिया गया।

समाजसेवियों और गणमान्य नागरिकों ने लिया हिस्सा
इस आयोजन में शहर के गणमान्य व्यक्तियों, समाजसेवियों और स्वयंसेवकों ने भाग लिया और बच्चों के साथ होली का आनंद मनाया। बच्चों के लिए विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रम, उपहार वितरण और मिठाइयों की व्यवस्था भी की गई।

समाज में समावेशिता का संदेश
आयोजक प्रशम दत्ता ने कहा, "हम चाहते हैं कि समाज के हर वर्ग के बच्चे त्योहारों के उत्साह को महसूस करें। यह पहल आगे भी जारी रहेगी।" फागुन महोत्सव न केवल त्योहार का जश्न था, बल्कि समाज में समावेशिता और समानता का संदेश देने का एक सुंदर प्रयास भी था।