संविधान बचाओ अभियान की भव्य शुरुआत: भूपेश बघेल ने तैयारियों का लिया जायजा
दुर्ग संभाग में 25 अप्रैल से होगी रैली की शुरुआत, 10 हज़ार लोगों की संभावित भागीदारी
छत्तीसगढ़ में ‘संविधान बचाओ अभियान’ को लेकर कांग्रेस पूरी तरह सक्रिय हो गई है। आगामी 25 अप्रैल से शुरू हो रहे इस 40 दिवसीय अभियान की तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भिलाई के कोसानगर बौद्ध विहार का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने आयोजन स्थल पर चल रही व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया और कार्यक्रम की रूपरेखा की समीक्षा की।
भिलाई। छत्तीसगढ़ में ‘संविधान बचाओ अभियान’ की तैयारियों ने जोर पकड़ लिया है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के मार्गदर्शन में 25 अप्रैल से शुरू होने जा रहे इस अभियान के तहत दुर्ग जिले से रैली की औपचारिक शुरुआत होगी। इसी सिलसिले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंगलवार को भिलाई स्थित कोसानगर बौद्ध भूमि का दौरा कर कार्यक्रम स्थल की तैयारियों का जायजा लिया।
भूपेश बघेल ने कार्यक्रम से जुड़ी व्यवस्थाओं की विस्तृत जानकारी भिलाई महापौर नीरज पाल से प्राप्त की। उन्होंने व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए। इस दौरान पूर्व गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, पूर्व मंत्री मोहम्मद अकबर, जिला कांग्रेस अध्यक्ष मुकेश चंद्राकर, एमआईसी सदस्य सीजू एंथनी, कांग्रेस नेता धर्मेंद्र यादव समेत कई प्रमुख नेता मौजूद रहे।
महापौर नीरज पाल ने जानकारी दी कि दुर्ग संभाग स्तरीय इस रैली में लगभग 10 हजार लोगों के शामिल होने की संभावना है। रैली को सफल बनाने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ता सभी स्तरों पर जुट चुके हैं और तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
कांग्रेस का यह अभियान तीन चरणों में संचालित होगा। पहले चरण में 25 अप्रैल से 10 मई तक सभी जिलों में रैलियाँ आयोजित होंगी। दूसरे चरण में 11 से 17 मई तक प्रदेश के 90 विधानसभा क्षेत्रों में जनजागरूकता रैलियाँ निकलेंगी। जबकि तीसरे चरण में 20 से 30 मई तक कार्यकर्ता 'संविधान बचाओ’ अभियान को घर-घर तक पहुंचाएंगे।
कांग्रेस का दावा है कि यह अभियान न केवल संविधान और लोकतांत्रिक संस्थाओं पर हो रहे हमलों का प्रतिकार करेगा, बल्कि आम नागरिकों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने का माध्यम भी बनेगा। पार्टी का आरोप है कि मोदी सरकार लगातार संविधान, सामाजिक न्याय और संस्थागत स्वतंत्रता को नुकसान पहुंचा रही है, और यह अभियान उसी के विरोध में जनसंपर्क का माध्यम बनेगा।