GDR स्कूल-कॉलेज ​​​​​​​पर 50 करोड़ से ज्यादा का टैक्स बकाया.....BSP ने नहीं दिए 500 करोड़

GDR स्कूल-कॉलेज ​​​​​​​पर 50 करोड़ से ज्यादा का टैक्स बकाया.....BSP ने नहीं दिए 500 करोड़

छत्तीसगढ़ के भिलाई नगर निगम पर नेता प्रतिपक्ष भोजराज सिन्हा ने बड़ा आरोप लगाया है। कुरुद कोहका क्षेत्र में जीडीआर एजुकेशन सोसायटी के नाम से कॉलेज और स्कूल चल रहा है। इसका कैंपस करीब 50-52 एकड़ का है। इसके संचालक रूंगटा नाम से कॉलेज चलाते हैं। इन्होंने 2004 से संपत्ति कर का भुगतान नहीं किया है।

भोजराज सिन्हा ने बताया कि वर्तमान में इनका टैक्स बढ़कर 23 करोड़ 61 लाख 92 हजार 73 रुपए हो गया है। तय पेनाल्टी के साथ टैक्स चुकाने पर संस्था को 50 करोड़ से ज्यादा का संपत्ति कर चुकाना पड़ेगा। निगम कमिश्नर देवेश ध्रुव ने कहा है कि इस संबंध में नोटिस जारी किया जाएगा। 

भोजराज सिन्हा ने बताया कि भिलाई स्टील प्लांट भी निगम को संपत्ति कर नहीं पटाता है। निगम कई बार बीएसपी की संपत्ति कुर्क करने का नोटिस जारी कर चुका है, लेकिन बीएसपी टैक्स नहीं जमा कर रही है।

निगम के अधिकारियों की माने तो बीएसपी से 500 करोड़ से अधिक का संपत्ति कर निगम को लेना है। अगर बीएसपी और कुछ बड़े बकायेदारों का टैक्स जमा हो जाए तो भिलाई निगम फिर से 20 साल पहले की तरह धनवान हो जाएगा। उन्होंने बताया कि निगम में संपत्ति कर विभाग में कुछ ऐसे भी लोग बैठे हैं, जो पुराने साल का संपत्ति कर को ना पटाकर सीधे करंट ईयर का कर जमाकर रसीद दे दे रहे हैं। इससे लोग नई रसीद लगाकर पुराने कर को जमा ही नहीं कर रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष भोजराज सिन्हा ने बताया कि पुराने टैक्ट को छोड़कर नए ईयर का टैक्स जमा करने का मामला भी आया था, जिसमें जया मिश्रा, रुद्रांश मिश्रा और नारायणी मिश्रा ने नए ईयर का टैक्स जमा किया था। निगम ने अधिकारियों ने 29 मई 2024 को 2535.91 वर्गफुट जमीन का साल 2024-25 का संपत्ति कर 81205 रुपए पटवाकर रसीद जारी कर दी।

भोजराज सिन्हा ने बताया कि पुराने टैक्स को नहीं जमा करने की शिकायत निगम आयुक्त के पास पहुंची तो उसके बाद उसी अधिकारी ने 3 जून 2024 को उसी जमीन का साल 2020-21 से लेकर साल 2023-24 तक का संपत्ति कर 3 लाख 99,163 रुपए की रसीद काटी। भोजराज सिन्हा ने बताया कि इस पर ध्यान नहीं दिया जाता तो निगम को तीन लाख से अधिक के राजस्व का नुकसान होता। इसके बाद भी जिम्मेदार अधिकारी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।