क्यों मनाया जाता है महाराष्ट्र दिवस? जानें इसका इतिहास और महत्व : प्रशांत कुमार क्षीरसागर 

क्यों मनाया जाता है महाराष्ट्र दिवस? जानें इसका इतिहास और महत्व : प्रशांत कुमार क्षीरसागर 

हर साल आज के दिन 1 मई को महाराष्ट्र दिवस मनाया जाता है. ये दिन महाराष्ट्रियों के दिलों में एक विशेष स्थान रखता है, क्योंकि बॉम्बे पुनर्गठन अधिनियम (Bombay Reorganisation Act) लागू होने के बाद साल 1960 में इसी तारीख को पश्चिमी भारतीय राज्य महाराष्ट्र अस्तित्व में आया था. मालूम हो कि, इसी अधिनियम ने भाषाई आधार पर तत्कालीन बॉम्बे राज्य से मराठी भाषी लोगों के लिए महाराष्ट्र, जबकि गुजराती भाषी लोगों के लिए गुजरात राज्य का गठन किया गया था. 

गौरतलब है कि, 1960 से पहले, महाराष्ट्र बड़े बॉम्बे राज्य का हिस्सा था, जिसमें वर्तमान महाराष्ट्र, गुजरात और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्से शामिल थे, जहां लोग मराठी, गुजराती, कच्छी और कोंकणी जैसी विभिन्न भाषाएं बोलते थे. हालांकि, क्षेत्रों के बीच भाषाई और सांस्कृतिक अंतर को पहचानते हुए, राज्य पुनर्गठन आयोग ने भाषा के आधार पर राज्यों के गठन की सिफारिश की, जिसके बाद मुख्य रूप से मराठी भाषी महाराष्ट्र को एक अलग राज्य के रूप में स्थापित कर दिया गया, जिसकी राजधानी मुंबई थी. मराठियों की संघर्षों की जीत है महाराष्ट्र दिवस मालूम हो कि, महाराष्ट्र का निर्माण केवल एक ब्यूरोक्रेटिकफ फैसला नहीं था, बल्कि यह उन मराठी भाषी लोगों की आकांक्षाओं और संघर्षों की जीत थी, जिन्होंने अपनी भाषाई पहचान और सांस्कृतिक स्वायत्तता के लिए अथक संघर्ष किया था. संयुक्त महाराष्ट्र आंदोलन (The Samyukta Maharashtra movement) के तहत हुई व्यापक विरोध प्रदर्शनों और रैलियों ने राज्य की नियति को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.  प्रतिवर्ष 1 मई को मनाया जाने वाला महाराष्ट्र दिवस भाषाई और सांस्कृतिक अधिकारों के लिए किए गए इस कठिन संघर्ष की जीत का जश्न है. यह उन अनगिनत व्यक्तियों के बलिदान का सम्मान करने का दिन है, जिन्होंने महाराष्ट्र के गठन के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया. संयुक्त महाराष्ट्र समिति (Samyukta Maharashtra Samiti) के नेताओं से लेकर शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन में भाग लेने वाले आम नागरिकों तक, महाराष्ट्र दिवस उनकी अटूट प्रतिबद्धता को श्रद्धांजलि देता है. 

इस दिन होता है क्षेत्रीय सार्वजनिक अवकाश

ज्ञात हो कि, महाराष्ट्र दिवस, जो अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के ही दिन पड़ता है, एक क्षेत्रीय सार्वजनिक अवकाश है. यह दिन पूरे राज्य में सांस्कृतिक कार्यक्रमों, परेडों और अन्य सार्वजनिक समारोहों के साथ मनाया जाता है. मुंबई के शिवाजी पार्क में एक भव्य उत्सव आयोजित किया जाता है, जिसमें राज्यपाल भाग लेते हैं.