तीन महीने में 69 सिटी बसें चलनी थी, सालभर में 14 सुधरीं, इनमें भी 6 ही सड़क पर दौड़ रहीं

राज्य शासन के दावे के सालभर बाद भी अंचल के लोगों को सार्वजनिक परिवहन सेवा सिटी बस का लाभ नहीं मिल पा रहा है। एक साल पूर्व जारी की गई निविदा के शर्त के मुताबिक तीन महीने में सभी 69 बसों की मरम्मत कर निर्धारित रूटों पर चलाना थी। अब तक मात्र 14 बसों की ही मरम्मत हो सकी है। इनमें भी 6 बसें ही सड़क पर दौड़ रही हैं।
बाकी 8 बसें परमिट मिलने के इंतजार में डिपो में ही खड़ी हैं। गौर करने की बात यह भी है कि एजेंसी को आठ साल तक बसों के परिचालन का ठेका दिया गया है। इसके बाद सभी बसें एजेंसी को हो जाएगी। निर्धारित अवधि का एक साल पूरा बीत गया है। इसमें मात्र 14 बसें की सुधर सकी है। यही गति रही तो पूरे 69 बसों की मरम्मत में चार साल लग जाएंगे।
सबसे अधिक परेशानी कॉलेज और अस्पताल जाने वालों को: सिटी बस शुरू नहीं होने की वजह से सबसे अधिक परेशानी कॉलेज के विद्यार्थियों और अस्पताल जाने वाले लोगों को होती है। साइंस कॉलेज, सेक्टर 9 महिला महाविद्यालय, कल्याण कॉलेज जाने वालों को दिक्कतें होती है। विद्यार्थियों को कॉलेज जाने के लिए ऑटो में अधिक किराया देकर आना -जाना पड़ता है। इसी प्रकार सेक्टर 9 अस्पताल, शंकाराचार्य, चंदूलाल मेडिकल कॉलेज जाने वाले लोगों को प्राइवेट ऑटो व अन्य वाहन लगाकर जाना होता है। यह परेशानी न हो, इसलिए प्रशासन ने ऐसा रूट तय किया है, जिससे दुर्ग रेलवे स्टेशन से बस स्टेशन होते हुए सभी कॉलेज और प्रमुख अस्पताल होते हुए बसों का परिचालन हो।
कलेक्टोरेट से दुर्ग स्टेशन-धमधा नाका जुनवानी-एसीसी चौक-छावनी होकर पावर हाउस, रेलवे स्टेशन दुर्ग- जिला अस्पताल - जेल तिराहा सेक्टर 9 अस्पताल - नेहरू नगर - चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज, रेलवे स्टेशन-जेल तिराहा मैत्री बाग - नेवई, उतई - पाटन, रेलवे स्टेशन - हुडको - 32 बंगला- पावर हाउस, रेलवे स्टेशन-राजेंद्र पार्क पुलगांव-अंडा-क चांदुर, रेलवे स्टेशन सुराना कॉलेज-हनोदा-पुरई-उतई रेलवे स्टेशन- बस स्टैंड-पावर हाउस कुम्हारी, दुर्ग रेलवे स्टेशन-सुपेला-पावर हाउस-एसीसी चौक-जामुल, भिलाई 3 सिरसा चौक - सोमनी- डुंडेरा उतई के बीच सिटी बसें दौड़ेंगी।
आठ बस बनकर तैयार है सिर्फ परमिट का इंतजार है
6 सिटी बस रूट पर चल रही हैं। 8 बस और बनकर तैयार है। इसे चलाने के लिए परमिट के लिए आवेदन किए है। अन्य बसों को बनाने का काम भी चल रहा है।
डीके वर्मा, नोडल अधिकारी सिटी बस