"भिलाई-3 रेलवे स्टेशन को मिला नया जीवन, पीएम मोदी ने किया वर्चुअल उद्घाटन"
"अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 7.21 करोड़ की लागत से 137 साल पुराने स्टेशन का भव्य कायाकल्प, हाईटेक सुविधाओं से सुसज्जित हुआ स्टेशन परिसर"
देशभर के रेलवे स्टेशनों को आधुनिक स्वरूप देने वाली अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत, भिलाई-3 रेलवे स्टेशन ने 137 वर्षों के इतिहास को संजोते हुए नए अंदाज़ में वापसी की है। 1888 में स्थापित इस स्टेशन का अस्तित्व समय के साथ धुंधलाने लगा था, लेकिन अब 7 करोड़ 21 लाख की लागत से पुनर्निर्माण के बाद यह स्टेशन आधुनिक सुविधाओं से लैस होकर एक बार फिर क्षेत्र की शान बन गया है। इसका वर्चुअल उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया।
भिलाई। भारत सरकार की अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत चुने गए रेलवे स्टेशनों में से एक, भिलाई-3 रेलवे स्टेशन, अब पूरी तरह हाइटेक और आधुनिक स्वरूप में जनता के लिए खोल दिया गया है। लगभग दो वर्षों के पुनर्विकास कार्य के बाद, इसका वर्चुअल उद्घाटन आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा किया गया।
इस अवसर पर भिलाई-3 स्टेशन परिसर में केंद्रीय मंत्री तोखन साहू, विधायक रीकेश सेन, विधायक ललित चंद्राकर और डोमलाल कोसेवाड़ा विशेष रूप से उपस्थित रहे।
यह स्टेशन 1888 में निर्मित हुआ था और तब से यह मुंबई-हावड़ा रेललाइन का एक प्रमुख पड़ाव रहा है। समय के साथ इसके अस्तित्व पर धूल जमती गई, लेकिन अब 7.21 करोड़ रुपये की लागत से इसका कायाकल्प किया गया है।
स्टेशन के प्रवेश द्वार पर लगा इंजन मॉडल इसके गौरवशाली अतीत और विकास यात्रा को दर्शाता है। अंदर टिकट काउंटर हॉल में स्टेशन के ऐतिहासिक सफर को चित्रों व तथ्यों के माध्यम से दर्शाया गया है। महिलाओं के लिए विशेष वेटिंग हॉल और सुरक्षित केबिन की व्यवस्था की गई है जिससे महिलाओं की सुरक्षा और सुविधा का विशेष ध्यान रखा गया है।
भव्य इंट्री गेट, हाई डेफिनिशन सीसीटीवी कैमरे, पब्लिक एड्रेस सिस्टम (PA system), एलईडी डिस्प्ले, टॉवर क्लॉक जैसी सुविधाएं इस स्टेशन को किसी मेट्रो सिटी के रेलवे स्टेशन जैसा अनुभव देती हैं।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि सरकार ने भिलाई स्टेशन को नया जीवन देकर यहां की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत को फिर से जीवंत कर दिया है। स्टेशन के पुनरुत्थान से न केवल यात्री सुविधाएं बढ़ी हैं, बल्कि लोगों में अपने शहर के प्रति गौरव भी लौटा है।