दुर्ग के कांग्रेस प्रत्याशियों ने मंदिर में टेका मत्था:निर्मल ने सीएम की पत्नी तो देवेंद्र ने बजरंगबली से मांगा जीत का आशीर्वाद

दुर्ग के कांग्रेस प्रत्याशियों ने मंदिर में टेका मत्था:निर्मल ने सीएम की पत्नी तो देवेंद्र ने बजरंगबली से मांगा जीत का आशीर्वाद

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए दुर्ग जिले की चारों सीटों पर कांग्रेस ने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। इसमें दो पुराने तो दो नए चेहरों को मौका दिया गया है। दुर्ग भिलाई के दोनों जिलाध्यक्षों के नाम भी शामिल हैं। नाम की घोषणा होते ही सभी प्रत्याशी सबसे पहले मंदिर में मत्था टेकने पहुंचे। भिलाई नगर विधानसभा से कांग्रेस ने वर्तमान विधायक देवेंद्र यादव को दूसरी बार मौका दिया है। प्रत्याशी के नाम की घोषणा होते ही देवेंद्र यादव सबसे पहले अपनी मां का आशीर्वाद लेने पहुंचे। इसके बाद वो सेक्टर 9 स्थित हनुमान मंदिर पहुंचे।

अपनी मां का आशीर्वाद लेते विधायक देवेंद्र यादव।

देवेंद्र यादव ने कहा कि एक बार फिर वो चुनावी मैदान में है। उन्होंने नाम की घोषणा होने से पहले ही हर घर तक अपनी पहुंच बनाई है। वो विधायक बनने के साथ ही हर घर से जुड़े थे। इस बार भी उन्हें जनता का प्यार मिलेगा। ईडी को लेकर देवेंद्र यादव ने कहा कि उन्हें अभी तक न तो ईडी का कोई नोटिस मिला है और न ही उन्हें पता है कि उन्हें कब बुलाया गया है। ईडी के नाम की अफवाह केवल भाजपा के लोग फैला रहे हैं। मेरा अपना पूरा ध्यान चुनाव में केंद्रित हैं। 

कांग्रेस ने भिलाई के जिलाध्यक्ष मुकेश चंद्राकर को वैशाली नगर से चुनावी मैदान में उतारा गया है। वैशाली नगर भाजपा का गढ़ है, इसका जवाब देते हुए मुकेश ने कहा कि गढ़ नाम की कोई चीज नहीं होती है। उन्हें वैशाली नगर चुनाव जीतने की जिम्मेदारी दी गई है।

वैशाली नगर कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश चंद्राकर।

मुकेश चंद्राकर ने कहा कि वो जनता के बीच जा रहे हैं। वैशाली नगर विकास का गढ़ है। इस विधानसभा में काफी विकास करवाया है। आगे भी यहां विकास के स्तर को अलग ऊंचाई तक ले जाना है। इस बार जनता के प्यार और आशीर्वाद से वैशाली नगर में कांग्रेस का झंडा फहराएंगे।  भिलाई तीन चरौदा के महापौर और दुर्ग ग्रामीण के जिलाध्यक्ष निर्मल कोसरे टिकट फाइनल होते ही सीएम हाउस पहुंचे। वहां उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पत्नी मुक्तेश्वरी बघेल को दंडवत प्रणाम किया। मुक्तेश्वरी बघेल ने निर्मल को गले से लगा लिया।

निर्मल का कहना है कि भूपेश बघेल उनके राजनीतिक गुरू हैं और मुक्तेश्वरी बघेल उनकी गुरु मां। उनका आशीर्वाद लेकर ही वो मेयर की सीढ़ी चढ़े हैं और आगे विधानसभा में भी जीत दर्ज करेंगे। दुर्ग से लगातार दो बार के विधायक अरुण वोरा को तीसरी बार दुर्ग शहर से कांग्रेस का टिकट मिला है। वोरा ने भगवान और अपने पूज्य स्व. पिता मोतीलाल वोरा का आशीर्वाद लेकर तीसरी बार जीत का डंका बजा दिया है। उनका मुकाबला भाजपा के प्रत्याशी गजेंद्र यादव से है। गजेंद्र पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं, तो वहीं अरुण वोरा 7वीं बार चुनावी मैदान में उतरे हैं।