धान खरीदी से बचने किसानों को बांटा जा रहा गलत खाद – राकेश ठाकुर का बड़ा आरोप
एनपीके खाद धान के लिए अनुपयुक्त, सरकार जानबूझकर किसानों को नुकसान पहुँचा रही है

जिला कांग्रेस कमेटी (ग्रामीण) अध्यक्ष राकेश ठाकुर ने बुधवार को फुंडा व मर्रा सोसायटी का औचक निरीक्षण कर सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार किसानों के साथ बड़ा धोखा कर रही है। धान की फसल के लिए जरूरी डीएपी खाद की जगह जानबूझकर एनपीके खाद बांटा जा रहा है, जिससे फसल की पैदावार घटे और सरकार 21 क्विंटल धान की खरीदी से बच सके।
जिले के फुंडा व मर्रा सहकारी समितियों में किसानों को बांटे जा रहे खाद और बीज की स्थिति का जायज़ा लेने पहुँचे जिलाध्यक्ष राकेश ठाकुर ने गहरी चिंता जताई। उन्होंने निरीक्षण के दौरान पाया कि डीएपी खाद, जो धान की फसल के लिए अत्यंत आवश्यक है, सोसायटी में उपलब्ध नहीं है, और उसकी जगह किसानों को एनपीके खाद वितरित किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि एनपीके खाद के बैग पर साफ लिखा है कि यह खाद गन्ना, लहसुन, प्याज, चाय, मूंगफली, सोयाबीन जैसी फसलों के लिए उपयुक्त है, ना कि धान के लिए। इसके बावजूद, सरकार इसे धान किसानों को बाँट रही है, जिससे साफ होता है कि यह कृषि उत्पादन को घटाने की एक रणनीति है।
राकेश ठाकुर ने कहा कि धान की खेती के लिए सबसे अहम पोषक तत्व फास्फोरस होता है। डीएपी खाद में यह मात्रा 46% होती थी, जबकि एनपीके में सिर्फ 20% है। इसका मतलब है कि किसान चाहे जितनी मेहनत कर लें, धान की उपज में 30% तक की गिरावट होगी, जो उनके लिए एक गंभीर आर्थिक क्षति है।
उन्होंने कहा कि यह सब इसलिए किया जा रहा है ताकि सरकार धान की 21 क्विंटल प्रति एकड़ की खरीदी सीमा से बच सके। ठाकुर ने इसे "भाजपा सरकार की सोची-समझी साजिश" बताया, जिसका उद्देश्य किसानों को कमजोर करना और उनके हक को छीनना है।
जिलाध्यक्ष ने खाद के बैग की तस्वीरें भी जारी की हैं, जिसमें यह स्पष्ट उल्लेखित है कि एनपीके खाद किन-किन फसलों के लिए उपयुक्त है, और उसमें धान का कोई उल्लेख नहीं है।
निरीक्षण के दौरान उनके साथ युवा कांग्रेस के जिला महासचिव अमृत सिंह राजपूत, वेदप्रकाश पाटिल, पालेश्वर ठाकुर, हितेश निर्मलकर सहित कई किसान और पदाधिकारी उपस्थित थे।