भक्ति, ज्ञान और श्रद्धा के संग कबीर प्राकट्य महोत्सव का भव्य आयोजन
बीर आश्रम, नेहरू नगर भिलाई में संतों व श्रद्धालुओं की उपस्थिति में मनाया गया 628वां प्राकट्य महोत्सव

निर्मल ज्ञान मंदिर कबीर आश्रम में बुधवार 11 जून को 628वां कबीर प्राकट्य महोत्सव अत्यंत श्रद्धा, भक्ति और उत्साह के साथ मनाया गया। देशभर से आए संतों, पंथियों और श्रद्धालुओं की उपस्थिति में आयोजित इस एक दिवसीय सत्संग समारोह ने भक्ति भाव और आत्मज्ञान से वातावरण को सराबोर कर दिया।
भिलाई। कबीर आश्रम, नेहरू नगर, भिलाई में 628वां कबीर प्राकट्य महोत्सव एक दिवसीय आध्यात्मिक समारोह के रूप में हर्षोल्लास, श्रद्धा और सत्संग के संग मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मंगल कलश स्थापना, गुरु वंदना और मंगलाचरण से हुई, जिसके पश्चात संतों और कबीर अनुयायियों ने बीजक पाठ, ध्यान योग और भजन गायन के माध्यम से कबीरवाणी को जीवंत कर दिया।
समारोह के मुख्य वक्ताओं में नादिया (राजनांदगांव) से आए श्री मंगल साहेब आचार्य, संत श्री सतेन्द्र साहेब, महंत अंत राम साहेब, टीकम साहेब (गुजरात), द्वारिका साहेब और दुलेश्वर साहेब प्रमुख रहे, जिन्होंने अपने प्रवचनों में कबीर जी के दोहों की वर्तमान समय में प्रासंगिकता, मानवता और सहज जीवन जीने की कला पर गहराई से प्रकाश डाला।
संतों ने समाज में व्याप्त अंधविश्वास, पाखंड और कुरीतियों पर चोट करते हुए कहा कि कबीर की वाणी सत्य की खोज, आत्मिक शुद्धता और मानवता का मार्ग दिखाती है। उन्होंने सात्विक जीवन, सरल आचरण और आत्मचिंतन को जीवन का मूल मंत्र बताते हुए श्रद्धालुओं को इन आदर्शों को अपनाने का आग्रह किया। कार्यक्रम के अंत में पारंपरिक चौका आरती का आयोजन किया गया, जिसमें दूर-दराज़ से आए सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भाग लेकर आध्यात्मिक आनंद प्राप्त किया।
इस अवसर पर कबीर सत्संग समिति, प्रबंधन समिति और आश्रम ट्रस्ट के सदस्यों एवं महिला/युवा पदाधिकारियों की सक्रिय भागीदारी रही। प्रमुख उपस्थितजनों में गौकरण लाल साहू, आत्माराम साहू, डॉ. हीरालाल साहू, प्रेमा दास साहू, शिव कुमार साव, लक्ष्मी साहू, डीलिया साहू, जागृति सार्वा, चम्पा साव, कुन्ती साहू सहित अनेक श्रद्धालु मौजूद रहे।