मानसून की छत्तीसगढ़ में होगी 10 अक्टूबर तक विदाई.... अभी भी कई जिलों में होगी बारिश.....

रायपुर। छत्तीसगढ़ में मानसून की विदाई से पहले एक बार फिर बारिश होने वाली है। प्रदेश के 50 फीसदी इलाकों में पानी बरसने की संभावना है। मौसम विभाग ने सोमवार 2 अक्टूबर को बिलासपुर संभाग के रायगढ़, कोरबा और जांजगीर जिले में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। यहां भारी बारिश की संभावना है। इसके अलावा 6 जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी है। यहां मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। जिसमें सरगुजा, जशपुर, बलरामपुर, पेण्ड्रा, बिलासपुर और बलौदाबाजार जिले शामिल है। रविवार को बिलासपुर, जांजगीर, महासमुंद, कोरिया, रायगढ़, कोरिया, कोरबा, सरगुजा , बस्तर, बीजापुर, दंतेवाड़ा, धमतरी और गरियाबंद जिले में कई जगह हल्की से मध्यम बारिश हुई है।
रायपुर में रविवार को धूप-छांव का मौसम बना रहा। शाम को कुछ जगहों में हल्की बूंदाबांदी भी हुई। बाकी जगहों में उमस भरी गर्मी परेशान करती रही। राजनांदगांव में तापमान सामान्य से 3 डिग्री ज्यादा रिकॉर्ड किया गया। यहां 32.5 डिग्री टेम्परेचर रहा। जब भारी से अतिभारी या फिर सीमांत भारी बारिश की संभावना होती है तब ऑरेंज अलर्ट जारी किया जाता है। मौसम से जुड़ी किसी भी तरह की आपदा से सतर्क रहने के लिए मौसम विभाग ये अलर्ट जारी करता है। यलो अलर्ट जारी करने का मतलब सतर्क रहने से है। हांलाकि ये खतरे को नहीं बताता लेकिन कभी भी मौसम खतरनाक हो सकता है। इसके लिए तैयार रहने के लिए मौसम विभाग ये अलर्ट जारी करता है।
मौसम विशेषज्ञ एचपी चंद्रा के मुताबिक उत्तरी छत्तीसगढ़ यानी सरगुजा संभाग में आने वाले 3 दिनों में अधिकतम तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट होगी। इसके बाद फिर से तापमान धीरे-धीरे बढ़ेगा। प्रदेश के बाकी हिस्सों में विशेष परिवर्तन की संभावना नहीं है। सोमवार को बारिश से सबसे ज्यादा बिलासपुर संभाग प्रभावित रहेगा।
अगले 24 घंटे में इन जिलों में हो सकती है बारिश
रायगढ़, जांजगीर, बलौदाबाजार जिले में 3 अक्टूबर को भारी बारिश हो सकती है। जबकि सरगुजा, जशपुर, कोरिया, सूरजपुर, बलरामपुर, पेण्ड्रा, बिलासपुर, मुंगेली, कोरबा और रायपुर में हल्की से मध्यम बारिश अधिकांश जगहों में हो सकती है।
छत्तीसगढ़ में 10 अक्टूबर से शुरू होगी मानसून की विदाई
मौसम विभाग के मुताबिक छत्तीसगढ़ में 10 अक्टूबर से मानसून की विदाई शुरू होगी। एचपी चंद्रा ने बताया कि देश में मानसून का प्रवेश केरल से और विदाई राजस्थान से होती है। इसी कड़ी में दक्षिण छत्तीसगढ़ यानी बस्तर संभाग से मानसून की एंट्री होती है और उत्तर छत्तीसगढ़ से विदाई होती है।