कार हादसे में NSUI नेता और मां की मौत, पिता गंभीर रूप से घायल

शादी से लौटते समय पुल से टकराई क्रेटा कार; एयरबैग खुलने के बावजूद नहीं बच सकी मां-बेटे की जान, इलाका शोक में डूबा

कार हादसे में NSUI नेता और मां की मौत, पिता गंभीर रूप से घायल
जयकांत देवांगन (26) और प्रेमा बाई देवांगन (44) की सड़क हादसे में मौत हो गई।

छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में एक भीषण सड़क हादसे ने एक परिवार की खुशियां मातम में बदल दीं। शादी समारोह से लौटते वक्त तेज रफ्तार कार पुल से टकरा गई, जिसमें NSUI के पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष जयकांत देवांगन और उनकी मां की मौत हो गई। पिता गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं।

धमतरी, 4 जून। मंगलवार देर रात सिहावा थाना क्षेत्र में हुए दर्दनाक सड़क हादसे में NSUI के पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष जयकांत देवांगन (26) और उनकी मां प्रेमा बाई देवांगन (44) की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे में पिता त्रिलोक देवांगन गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, जिनका इलाज धमतरी के निजी अस्पताल में जारी है।

हादसे में कार के सामने का हिस्सा डैमेज हो गया। 3 महीने पहले ही कार ली गई थी।

परिवार एक शादी समारोह से लौट रहा था, जब टांगापानी और घोरागांव के बीच स्थित पुल पर उनकी नई क्रेटा कार अनियंत्रित होकर पुल की दीवार से टकरा गई। हादसे में कार के चारों एयरबैग खुलने के बावजूद टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि मां-बेटे की मौके पर ही मौत हो गई। जयकांत खुद गाड़ी चला रहे थे, जबकि उनके पिता आगे और मां पीछे की सीट पर बैठी थीं।

बताया जा रहा है कि हादसे के समय कार की रफ्तार लगभग 80–90 किमी/घंटा थी। यह क्रेटा कार परिवार ने तीन महीने पहले ही खरीदी थी। हादसे के बाद कार का सामने का हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और अब भी उस पर स्वास्तिक का चिन्ह बना हुआ था।

हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस और एंबुलेंस को सूचना दी। घायलों को नगरी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मां-बेटे को मृत घोषित कर दिया। पिता की हालत गंभीर देख उन्हें आगे धमतरी रेफर किया गया।

जयकांत देवांगन बेलरगांव में एनएसयूआई ब्लॉक अध्यक्ष रह चुके थे और उनके पिता त्रिलोक देवांगन स्थानीय स्तर पर प्रतिष्ठित व्यापारी हैं, जिनकी बर्तन और आभूषणों की दुकान है। मां गृहिणी थीं।

पुलिस ने शवों का पंचनामा कर पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है। इस हादसे से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है, और जिस शादी समारोह से वे लौट रहे थे, वहां का खुशियों भरा माहौल गम में बदल गया है।