खास समाचार : चैतन्य बघेल की आज कोर्ट में पेशी

14 दिन की रिमांड खत्म, ED कर सकती है कस्टडी बढ़ाने की मांग

खास समाचार : चैतन्य बघेल की आज कोर्ट में पेशी

रायपुर |  छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल की 14 दिन की न्यायिक रिमांड पूरी हो चुकी है। इसी सिलसिले में आज उन्हें रायपुर की स्पेशल कोर्ट में पेश किया जाएगा। प्रवर्तन निदेशालय (ED) अदालत से चैतन्य की रिमांड बढ़ाने की मांग कर सकता है।

पिछली सुनवाई और कानूनी लड़ाई

4 अगस्त को हुई पिछली सुनवाई में कोर्ट ने चैतन्य को न्यायिक रिमांड पर भेजा था। इससे पहले गिरफ्तारी को लेकर चैतन्य बघेल की ओर से सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई थी। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई से इनकार करते हुए हाईकोर्ट जाने को कहा था। इसके बाद भूपेश बघेल और चैतन्य बघेल की ओर से वकील हर्षवर्धन परगनिया ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की।

ED का आरोप: 16.70 करोड़ की रकम मिली

ED ने शराब घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग केस में चैतन्य बघेल को आरोपी बनाया है। एजेंसी का दावा है कि चैतन्य को घोटाले की रकम से 16.70 करोड़ रुपए मिले। इस रकम को रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स में इन्वेस्ट किया गया और फर्जी निवेश दिखाकर ब्लैक मनी को वाइट करने की कोशिश की गई।

1000 करोड़ की हेराफेरी का मामला

ED के मुताबिक, इस पूरे सिंडिकेट ने करीब 1000 करोड़ रुपए की हैंडलिंग की। एजेंसी ने कहा कि रकम को रियल एस्टेट समेत कई कारोबारों में लगाया गया ताकि अवैध धन को वैध दिखाया जा सके।

विट्ठल ग्रीन प्रोजेक्ट में निवेश

जांच में सामने आया कि बघेल डेवलपर्स के विट्ठल ग्रीन प्रोजेक्ट में घोटाले की रकम निवेश की गई। प्रोजेक्ट से जुड़े अकाउंटेंट के ठिकानों पर छापेमारी कर ED ने अहम दस्तावेज और डिजिटल डिवाइस जब्त किए हैं।

प्रोजेक्ट के कंसल्टेंट राजेन्द्र जैन के अनुसार, इस प्रोजेक्ट में वास्तविक खर्च 13-15 करोड़ रुपए हुआ था, लेकिन रिकॉर्ड में सिर्फ 7.14 करोड़ दिखाया गया। वहीं जब्त डिजिटल डिवाइस से पता चला कि कंपनी ने एक ठेकेदार को 4.2 करोड़ रुपए नकद दिया, जिसका जिक्र आधिकारिक हिसाब-किताब में नहीं था।

सियासी गलियारों में हलचल

चैतन्य बघेल की पेशी को लेकर प्रदेश की सियासत में फिर से हलचल तेज हो गई है। कांग्रेस इसे बदले की कार्रवाई बता रही है, वहीं भाजपा इसे “भ्रष्टाचार का काला सच” कह रही है। आज की सुनवाई पर सबकी नज़रें टिकी हुई हैं।