चंदूलाल चंद्राकर अस्पताल के संस्थापक का निधन:खून की उल्टी होने के बाद बनाया गया था ग्रीन कॉरिडोर, लेकिन नहीं बच पाई जान

दुर्ग. दुर्ग जिले के सरकारी मेडिकल कॉलेज चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज की स्थापना करने वाले डॉ. एमपी चंद्राकर का निधन हो गया है। उनका इलाज चंदूलाल चंद्राकर अस्पताल में चल रहा था। देर रात तबीयत बिगड़ने पर ग्रीन कॉरिडोर बनाकर उन्हें रायपुर के रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई।
Dr. MP चंद्राकर चंदूलाल चंद्राकर अस्पताल और चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज के फाउंडर डायरेक्टर रहे हैं। इसके बाद चंदूलाल चंद्राकार मेडिकल कॉलेज को छत्तीसगढ़ शासन ने अधिग्रहित कर लिया था। पिछले कई दिनों से डॉ. चंद्राकर की तबीयक काफी खराब चल रही थी। उनका इलाज उनके अस्पताल चंदूलाल चंद्राकर अस्पताल नेहरू नगर में चल रहा था। अचानक उनको खून की उल्टियां शुरू हो गईं। उनकी तबीयत काफी खराब होने लगी। इसके बाद ग्रीन कॉरिडोर तैयार किया गया और उन्हें दे रात रायपुर के रामकृष्ण केयर अस्पताल ले जाया गया। वहां इलाज के दौरान उनका निधन हुआ।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष मुकेश चंद्राकर के जीजा थे एमपी चंद्राकर
DR. MP चंद्राकर कांग्रेस जिलाध्यक्ष मुकेश चंद्राकर के जीजा थे। मुकेश चंद्राकर ने बताया कि अंतिम संस्कार शनिवार को किया जाएगा। वे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के समधि विजय चंद्राकर के भाई थे। उनके दो लड़के अभिजीत चंद्राकर, Dr. कुणाल चंद्राकर हैं।
1996 में की थी सीएम मेडिकल की स्थापना
डॉ. एमपी चंद्राकर ने चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की स्थापना 1996 में की थी। सन 2000 में अस्पताल का निर्माण पूरा हुआ। 5 साल पहले ही उनकी तबीयत खराब हुई। उसके बाद से वे अस्पताल आना-जाना बंद कर दिए थे।