दुर्ग में शिवनाथ नदी से अवैध रेत खनन जारी: माफिया बेलगाम, ग्रामीण भयभीत
रात के अंधेरे में हथियारबंद रेत माफिया कर रहे उत्खनन, ग्रामीण बोले- गोलीकांड की खबरों से डरे हुए हैं; खनिज विभाग ने नकारा परमिशन

छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में रेत माफिया एक बार फिर बेखौफ होकर सक्रिय हो गए हैं। ननकट्ठी गांव के पास शिवनाथ नदी से रात में ट्रकों के जरिए रेत की अवैध खुदाई हो रही है। ग्रामीण विरोध तो करना चाहते हैं, लेकिन माफियाओं के खौफ और हालिया गोलीकांड जैसी घटनाओं ने उन्हें चुप रहने पर मजबूर कर दिया है। खनिज विभाग का दावा है कि इस क्षेत्र में कोई वैध परमिशन नहीं है।
दुर्ग | ननकट्ठी गांव – दुर्ग जिले में शिवनाथ नदी के किनारे बसे ननकट्ठी गांव में अवैध रेत उत्खनन का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। रेत माफिया रात के अंधेरे में नदी से ट्रकों में भरकर रेत निकाल रहे हैं और पुलिस-प्रशासन की आंखों में धूल झोंकते हुए खुलेआम परिवहन कर रहे हैं।
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि वे कई बार रात के समय सड़क पर पानी में भीगी हुई रेत देख चुके हैं जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि रेत रात में ही निकाली जाती है। गांव के मछुआरे हेमंत निषाद के अनुसार, नदी किनारे रात में हलचल होती है लेकिन डर के कारण कोई कुछ कहने को तैयार नहीं है।
पूर्व जनपद सदस्य महेश ताम्रकार ने भी इस अवैध उत्खनन की पुष्टि की है और कहा कि ग्रामीण विरोध तो करना चाहते हैं लेकिन माफियाओं के डर से पीछे हट जाते हैं। हाल ही में प्रदेश में रेत माफियाओं द्वारा हुई गोलीबारी की घटनाओं ने आम लोगों को दहशत में डाल दिया है।
खनिज विभाग के अधिकारी दीपक मिश्रा ने बताया कि ननकट्ठी गांव में किसी भी प्रकार के रेत उत्खनन की अनुमति नहीं दी गई है। जिले में केवल आमटी, करहीडीह और कोटनी में ही खनन की वैध स्वीकृति है। उन्होंने कहा कि ननकट्ठी में हो रही खुदाई पूरी तरह से अवैध है और विभाग को इसकी कोई जानकारी नहीं थी।
जिला कलेक्टर अभिजीत सिंह ने कहा कि इस संबंध में कोई औपचारिक शिकायत अभी तक नहीं मिली है। यदि कोई शिकायत प्राप्त होती है तो खनिज विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि मौके पर तत्काल जाकर जब्ती और दंडात्मक कार्रवाई करें।
ग्रामीणों की मांग है कि प्रशासन इस अवैध गतिविधि पर तत्काल संज्ञान ले और इलाके में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई जाए ताकि वे बिना डर के अपनी बात कह सकें।