सांसद विजय बघेल ने दिए विकास कार्यों में पारदर्शिता और समयबद्धता सुनिश्चित करने के निर्देश, 'मोर गांव मोर पानी' अभियान की सराहना
दिशा समिति की बैठक में योजनाओं की समीक्षा, डॉक्टरों की उपस्थिति, जल संरक्षण, स्वच्छता और वैकल्पिक फसलों को लेकर दिए अहम निर्देश

दुर्ग में आयोजित जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक में सांसद विजय बघेल ने विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए पारदर्शिता, गुणवत्ता और समयबद्धता पर विशेष बल दिया। उन्होंने जल संरक्षण, स्वास्थ्य सेवाएं, स्वच्छता और कृषि जैसे क्षेत्रों में अधिकारियों को सशक्त कदम उठाने के निर्देश दिए। ‘मोर गांव मोर पानी’ अभियान की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि यह जनसहभागिता से संचालित प्रेरक उदाहरण है।
दुर्ग, 4 जुलाई 2025। जिला पंचायत सभाकक्ष में सांसद विजय बघेल की अध्यक्षता में दिशा (जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति) की बैठक संपन्न हुई, जिसमें केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं की प्रगति की गहन समीक्षा की गई। बैठक में श्री बघेल ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि विकास कार्य पारदर्शी, गुणवत्ता पूर्ण और निश्चित समय-सीमा में पूरे किए जाएं। उन्होंने कहा कि योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुँचना चाहिए — यही सुशासन का मूल उद्देश्य है।
सांसद ने अधिकारियों को स्थल निरीक्षण बढ़ाने, कार्यों में सक्रियता और जवाबदेही सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने "मोर गांव मोर पानी" अभियान की विशेष सराहना की, जिसमें ग्रामीणों ने स्वप्रेरणा से जल संरक्षण के लिए 1716 सोखपिट बनाए हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि एक वृक्ष जैसे माँ के नाम पर लगाया जाता है, उसी तरह एक सोखता बच्चों के भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए बनाया जाए।
स्वास्थ्य सेवाओं पर फोकस:
श्री बघेल ने डॉक्टरों की अनिवार्य उपस्थिति सुनिश्चित करने, सिकलसेल रोग के प्रति जनजागरूकता फैलाने और डायलिसिस सुविधाओं के विस्तार पर बल दिया। उन्होंने सुझाव दिया कि विकासखंड स्तरीय बैठकों में स्वास्थ्य से जुड़े विषयों को नियमित रूप से शामिल किया जाए।
शिक्षा और आंगनबाड़ी व्यवस्था पर नजर:
आंगनबाड़ी भवनों की समीक्षा करते हुए उन्होंने पुराने, जर्जर भवनों को प्राथमिकता से ध्वस्त कर नए भवन बनाने के निर्देश दिए, ताकि बच्चों को सुरक्षित माहौल मिल सके।
कृषि और जल संरक्षण:
धान के अत्यधिक जल-आधारित उत्पादन के बजाय किसानों को सूर्यमुखी जैसी वैकल्पिक फसलों के लिए प्रेरित करने की बात कही गई, ताकि पानी की बचत के साथ-साथ आर्थिक लाभ भी सुनिश्चित हो।
स्वच्छता पर विशेष सुझाव:
स्वच्छ भारत मिशन की समीक्षा करते हुए सांसद ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी घर-घर कचरा संग्रहण सुनिश्चित किया जाना चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया कि प्रत्येक ग्रामीण परिवार से ₹20 मासिक शुल्क लेकर स्वच्छता दीदियों को प्रोत्साहित किया जाए, जिससे उनकी सेवाएं नियमित रूप से मिल सकें।
नगरपालिका कार्यों की समीक्षा:
नगरीय निकायों द्वारा संचालित निर्माण कार्यों में गुणवत्ता और समयबद्धता बनाए रखने के निर्देश देते हुए उन्होंने विशेष रूप से भिलाई-चरोदा निगम की कार्यप्रणाली पर असंतोष जताया।बैठक में कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह, विधायकगण, जिला पंचायत अध्यक्ष, नगर निगमों के आयुक्त और विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। सांसद श्री बघेल ने कहा कि "जनसेवा ही हमारा कर्तव्य है" और जब तक योजनाओं का वास्तविक लाभ ज़रूरतमंदों तक नहीं पहुँचता, तब तक हमारा प्रयास अधूरा है। सभी विभाग मिलकर समन्वित रूप से कार्य करें ताकि दुर्ग जिला विकास के हर क्षेत्र में अग्रणी बन सके।