पोइला बोइशाख का उल्लास: गीत-संगीत और संस्कृति के संग हुआ नववर्ष का स्वागत

भिलाई में बंगाली समाज ने आंधी-तूफान के बावजूद सांस्कृतिक गरिमा के साथ मनाया नववर्ष, गायक अंकन की प्रस्तुति ने बांधा समां

भिलाई। बंगाली नववर्ष पोइला बोइशाख का पर्व भिलाई में हर्षोल्लास और सांस्कृतिक भव्यता के साथ मनाया गया। भिलाई बंगाली समाज द्वारा आयोजित यह वार्षिक उत्सव इस बार भी ओपन एयर थियेटर, सिविक सेंटर में सैकड़ों की उपस्थिति में संपन्न हुआ।
बारिश और तेज हवाओं के बावजूद आयोजन स्थल पर उत्सव का उल्लास फीका नहीं पड़ा, बल्कि माहौल और भी संगीतमय हो उठा जब ज़ी बांग्ला सारेगामा फेम गायक अंकन ने मंच संभाला और हिंदी-बांग्ला गीतों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती की पूजा-अर्चना से हुई। इसमें समाज के संरक्षक मानव सेन, अध्यक्ष सुप्रोभात पाल, पूर्व अध्यक्ष डीके दत्ता सहित समाज के अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का यह 20वां संस्करण था, जो समाज की सांस्कृतिक चेतना का सशक्त प्रमाण है।

???? अंकन की आवाज ने लुभाया, गीतों में बसा नववर्ष का जादू
गायक अंकन ने अपनी टीम के साथ नए-पुराने बांग्ला और हिंदी गीतों की शानदार प्रस्तुतियाँ दीं। सहज-सरल व्यक्तित्व के इस युवा गायक ने श्रोताओं का दिल जीत लिया। दर्शक झूमते रहे और एक-दूसरे को नववर्ष की शुभकामनाएं देते रहे।

????️ ‘लीजेंड्स ऑफ बंगाल’ गैलरी बनी आकर्षण का केंद्र
आयोजन स्थल पर एक विशेष ‘लीजेंड्स ऑफ बंगाल’ गैलरी भी लगाई गई थी, जिसमें बंगाल के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक नायकों के जीवन परिचय को दर्शाया गया।


चैतन्य महाप्रभु, रानी रासमणि, रबिन्द्रनाथ ठाकुर, स्वामी विवेकानंद, ईश्वर चन्द्र विद्यासागर, राजा राममोहन राय जैसे विभूतियों के योगदान को युवा पीढ़ी तक पहुंचाने का सराहनीय प्रयास किया गया। मंच संचालन के दौरान राजदीप सेन ने कहा कि "आज के युवाओं को अपने इतिहास और संस्कृति से जुड़ने की जरूरत है। यह गैलरी उन्हें प्रेरणा देने के उद्देश्य से बनाई गई है।"