अपने दोस्तों से ज्यादा जीएंगे या कम? 10 सेकेंड के टेस्ट से खुद ही पता लगा लीजिए, वैज्ञानिकों ने निकाला नया फॉर्मूला

कौन कितने दिनों तक जीएगा, इसे लेकर हर किसी को उत्सुकता रहती है. यदि आपको भी अपनी उम्र के बारे में अंदाजा लगाना है तो वैज्ञानिकों के इस फॉर्मूले का इस्तेमाल कीजिए.

अपने दोस्तों से ज्यादा जीएंगे या कम? 10 सेकेंड के टेस्ट से खुद ही पता लगा लीजिए, वैज्ञानिकों ने निकाला नया फॉर्मूला

बच्चों के पैदा लेते ही माता-पिता को उनकी हेल्थ और आयु को लेकर चिंता होने लगती है. आमतौर पर पैरेंट्स अपने बच्चे की कुंडली बनाते हैं जिसमें मोटा-मोटी बच्चे की उम्र की ज्योतिषीय गणना करते हैं. हालांकि इसकी सटीकता का कोई आधार नहीं होता है. इसलिए किसी की वास्तविक उम्र का पता लगाना एक तरह से नामुमकिन है. न तो ज्योतिष और न ही विज्ञान किसी की उम्र का वास्तविक पता लगा सकता है लेकिन विज्ञान में इसका अनुमान लगाया जा सकता है. एक रिसर्च में दावा किया गया है कि दो दोस्तों के बीच किसकी आयु ज्यादा है, इसे एक सिंपल टेस्ट से जाना जा सकता है.

कैसे करें टेस्ट

डेलीमेल की रिपोर्ट में स्टडी के हवाले से बताया गया कि सिर्फ 10 सेकेंड का एक टेस्ट दो दोस्तों के बीच में कौन ज्यादा दिनों तक जीवित रहेगा, यह बता देगा. यह टेस्ट है एक पैर पर खड़ा होने का. रिसर्च के मुताबिक यदि आप 10 सेकेंड तक एक पैर पर बिना किसी सहारे के खड़े हो जाते हैं तो आप अपने दोस्तों के मुकाबले ज्यादा दिनों तक जीवित रहेंगे. ब्राजील के शोधकर्ताओं ने यह अध्ययन किया है. इस अध्ययन में 1700 लोगों को शामिल किया गया. इनकी आयु 50 से 70 साल के बीच थी. इन लोगों को 10 सेकेंड के लिए खड़ा होने के लिए कहा गया. इसके बाद सभी के रिकॉर्ड को डाटा में फिट कर दिया गया. इसके बाद 7 साल तक इनकी आयु पर नजर रखी गई. 7 साल के बाद जब विश्लेषण किया गया तो पाया गया कि जो लोग एक पैर पर बिना किसी सहारे 10 सेकेंड तक खड़ा रहने में असफल हो गए, उनकी तुलना में 10 सेकेंड तक खड़ा होने वालों की उम्र 84 प्रतिशत तक ज्यादा थी. यानी 10 सेकेंड तक एक पैर पर न खड़ा होने वाले लोगों के अपने दोस्तों की तुलना में मरने का अंदेशा 84 प्रतिशत तक ज्यादा था.

मसल्स में कमजोरी यानी समय से पहले मौत

शोधकर्ताओं ने बताया कि एक पैर पर खड़ा होने में जद्दोजेहद करने का मतलब है कि आपके मसल्स लॉस ज्यादा बढ़ गए हैं. मसल्स लॉस होने से समय से मौत की आशंका बढ़ जाती है. टेस्ट में पास न करने वाले लोगों के लिए यह जानलेवा साबित हो सकता है. वैज्ञानिकों के मुताबिक 30 साल के बाद हर व्यक्ति में मसल्स लॉस होने लगता है. हर साल करीब 2 प्रतिशत मसल्स लॉस 30 साल की उम्र के बाद होने लगता है. 80 साल की उम्र तक बुजुर्गों में आधे मसल्स लॉस हो जाते हैं. यानी 40 साल में जितने मसल्स थे, अब वह उसके आधे हो गए हैं. मसल्स मास के घटने से दुर्घटना का अंदेशा बढ़ जाता है. यानी बुजुर्गों में फिसलकर गिरने की आशंका कई गुना बढ़ जाती है. अकेले अमेरिका में हर साल 32 हजार बुजुर्गों की मौत गिरने या फिसलने से हो जाती है. अध्ययन का सीधा सा मतलब यह है कि यदि आपके मसल्स मजबूत होंगे तो आपकी जीने की संभावना ज्यादा दिनों तक बढ़ जाएगी. मसल्स में ताकत लाने के लिए संतुलित मात्रा में विटामिन, फैट और मिनिरल्स की जरूरत होती है. इसके लिए रोजाना हरी पत्तीदार सब्जियां, दूध, सीड्स इत्यादि का सेवन करना चाहिए.