आज श्रावण मास का तीसरा सोमवार, जानें क्यों चढ़ाते हैं भगवान शिव को पंचामृत, जानें बनाने की सरल विधि

सावन के महीने में सोमवार का विशेष महत्व है. सप्ताह के सात दिन में से सोमवार का दिन महादेव को समर्पित किया गया है. इस दिन पंचामृत से शिवलिंग का अभिषेक करने का विशेष महत्व है. आज सावन मास का तीसरा सोमवार है आइए जानते हैं पंचामृत चढ़ाने का महत्व.

आज श्रावण मास का तीसरा सोमवार, जानें क्यों चढ़ाते हैं भगवान शिव को पंचामृत, जानें बनाने की सरल विधि

Third Monday Of Sawan Maas 2023 : सावन का पावन महीना शुरू हो चुका है और आज श्रावण मास का तीसरा सोमवार है. ये महीना भगवान शिव को अति प्रिय है. इस पवित्र माह में भोलेनाथ की पूजा अर्चना करने से विशेष लाभ प्राप्त होता है. जिस तरह सावन के महीने में भगवान शिव को धतूरा, शमी के पत्ते, बेलपत्र, अर्पित करने से कई गुना लाभ पहुंचता है. ठीक उसी तरह इस महीने में शिवलिंग पर पंचामृत अर्पित करना भी बेहद शुभ माना गया है. इस विषय में अधिक जानकारी दे रहे हैं दिल्ली निवासी ज्योतिष आचार्य पंडित आलोक पाण्डया.

क्यों किया जाता है पंचामृत से अभिषेक

सावन का पवित्र महीना भगवान भोलेनाथ को विशेष रूप से प्रिय है. सावन मास के सोमवार पर शिवलिंग का जलाभिषेक, दूध अभिषेक और रूद्र अभिषेक किया जाता है. परंतु पंचामृत चढ़ाने का विशेष महत्व है.

पूरी होती है मनोकामना

ज्योतिष और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सावन के महीने में सोमवार के दिन यदि भगवान भोलेनाथ का पंचामृत से अभिषेक किया जाता है तो भक्त की हर मनोकामना पूरी होती है.

पंच तत्व होते हैं अनुकूल

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यदि मनुष्य अपने पंच तत्वों को अपने अनुकूल बनाना चाहते हैं, तो सावन सोमवार पर शिवलिंग का पंचामृत से अभिषेक करना बेहद लाभकारी माना गया है.

रोगमुक्त काया

कहा जाता है यदि शरीर में 5 में से कोई भी तत्व कमजोर होता है तो शरीर बीमारियों से घिरने लगता है. यही कारण है कि शिवलिंग का पंचामृत से अभिषेक करने पर शरीर के पांचों तत्व संतुलित रहते हैं.

प्राकृतिक वस्तुओं का महत्व

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान शिव को प्राकृतिक वस्तुएं अर्पित करने से पंच तत्व और वायुमंडल का संतुलन नियंत्रित रहता है. इसके अलावा जातक को जीवन जीने के लिए सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है.

इस विधि से बनाएं पंचामृत

शिव का अभिषेक करने के लिए पंचामृत बनाना बेहद आसान है. इसके लिए सबसे पहले एक कटोरी में 2 बड़ा चम्मच दही, एक चम्मच घी, एक बड़ा चम्मच गाय का कच्चा दूध, मिश्री और एक बड़ा चम्मच शहद मिलाएं. इस पंचामृत को बनाते समय पवित्रता का विशेष ध्यान रखें.