ऑपरेशन सुरक्षा: नियम तोड़ने वाले 569 ऑटो और ई-रिक्शा चालकों पर कार्रवाई

दुर्ग यातायात पुलिस ने यातायात सुधार की दिशा में उठाया सख्त कदम, वर्दी, ओवरलोड और लाइसेंस रहित चालकों पर कसा शिकंजा

ऑपरेशन सुरक्षा: नियम तोड़ने वाले 569 ऑटो और ई-रिक्शा चालकों पर कार्रवाई

यातायात व्यवस्था को सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनाने के लिए दुर्ग यातायात पुलिस द्वारा चलाए जा रहे "ऑपरेशन सुरक्षा" अभियान के तहत नियमों का उल्लंघन करने वाले 569 ऑटो और ई-रिक्शा चालकों पर अब तक सख्त कार्रवाई की जा चुकी है। पहले समझाइश दी गई, लेकिन लापरवाही जारी रहने पर अब दंडात्मक कदम उठाए गए हैं।

दुर्ग। दुर्ग जिले की यातायात व्यवस्था को सुचारु और सुरक्षित बनाने के लिए "ऑपरेशन सुरक्षा" अभियान के तहत सड़क पर अनुशासनहीनता दिखाने वाले ऑटो और ई-रिक्शा चालकों पर यातायात पुलिस ने सख्त रुख अपनाया है।

यातायात पुलिस ने 1 दिन पूर्व सभी चालकों को वर्दी पहनने, तय क्षमता से अधिक सवारी न बैठाने, वैध ड्राइविंग लाइसेंस रखने और नशे में वाहन न चलाने की सख्त हिदायतें दी थीं। साथ ही नो पार्किंग क्षेत्र में वाहन खड़े करने से बचने और सड़क नियमों का पालन करने के निर्देश भी दिए गए थे। लेकिन इसके बावजूद कई वाहन चालकों द्वारा नियमों का पालन नहीं किया गया। इसके चलते पुलिस ने 1 जनवरी से 24 जून 2025 तक कुल 569 ई-रिक्शा और ऑटो चालकों पर कार्रवाई करते हुए उन पर जुर्माना लगाया या अन्य विधिक कार्रवाई की।

ऑपरेशन सुरक्षा के अंतर्गत दुर्ग यातायात पुलिस चार मुख्य बिंदुओं पर कार्य कर रही है:

  • सड़क व चौराहों की अभियंत्रण खामियों को दूर करना
  • अतिक्रमण एवं अवैध कब्जा हटाना
  • यातायात जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से आमजन को शिक्षित करना
  • लापरवाह चालकों पर सख्त कानूनी कार्रवाई करना

यातायात विभाग का कहना है कि यह अभियान लगातार जारी रहेगा ताकि सड़क सुरक्षा के मानकों को बेहतर बनाया जा सके और दुर्घटनाओं पर प्रभावी अंकुश लगाया जा सके।