जब हम विकसित भारत की बात करते हैं तो कांग्रेस और दुनिया में बैठी कुछ ताकतों का माथा गरम हो जाता है: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी

जब हम विकसित भारत की बात करते हैं तो कांग्रेस और दुनिया में बैठी कुछ ताकतों का माथा गरम हो जाता है: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी

रायपुर/अंबिकापुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के सलाहकार सैम पित्रोदा द्वारा विरासत-कर संबंधी बयान पर कांग्रेस और इंडी गठबंधन को एक बार फिर आड़े हाथों लिया और आगाह किया है कि कांग्रेस सत्ता में आई तो वह नया विरासत कानून लाएगी। अगर भारत शक्तिशाली हो गया, तो कुछ ताकतों का खेल बिगड़ जाएगा। अगर भारत आत्मनिर्भर बन गया, तो कुछ ताकतों की दुकान बंद हो जाएगी। इसलिए वह भारत में कांग्रेस और इंडी गठबंधन की कमजोर सरकार चाहते हैं और इसलिए अब वह अमेरिका की तरफ रुख कर रहे हैं। श्री मोदी बुधवार को सरगुजा लोकसभा क्षेत्र के अम्बिकापुर में भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में आहूत विशाल जनसभा के संबोधित कर रहे थे।

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि राहुल गांधी और कांग्रेस इस मुद्दे पर अपनी स्थिति स्पष्ट करें कि क्या वह पित्रोदा के बयान से सहमत हैं? कांग्रेस अगर पित्रोदा की राय से इत्तेफाक नहीं रखती है तो उसे अपने घोषणा पत्र से इस मुद्दे को वापस लेना चाहिए। श्री मोदी ने कहा कि पित्रोदा का बयान कांग्रेस का मकसद साफ तौर पर जाहिर कर रहा है कि कांग्रेस देश की जनता की निजी संपत्ति का सर्वे कर निजी संपत्ति को सरकारी खजाने में डालना चाहती है और ‘देश के संसाधन पर सबसे पहला अधिकार माइनॉरिटी और उसमें भी मुस्लिम लोगों का है’ की मंशा को पूरी करते हुए इसका बँटवारा करना चाहती है, जैसा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपने कार्यकाल में कहा था। श्री मोदी ने कहा कि पित्रोदा ने अमेरिकी कानून भारत में लागू करके देशवासियों की सम्पत्ति हड़पना चाहती है। अब कांग्रेस या तो स्वीकार करे कि उसका मकसद वही है जो पित्रोदा ने कहा है, या फिर देश से माफी मांगकर इस मुद्दे को अपने घोषणापत्र से वापस ले। छत्तीसगढ़ की जनता-जनार्दन कांग्रेस की इस बदनीयती को अच्छी तरह भाँप रही है और कांग्रेस दो टूक बता देगी कि देश के संसाधनों पर सबसे पहला अधिकार देश के गरीबों, दलितों, आदिवासियों और पिछड़े वर्ग का है।

श्री मोदी ने कहा कि सरकार में आने पर कांग्रेस की सरकार माताओं-बहनों के सोना-चांदी का हिसाब करेगी और जाँच करेगी, और फिर वह सम्पत्ति उनको बाँट देगी, जिनके ज्यादा बच्चे हैं, उनको बाँटने की बात कह रही है, घुसपैठियों को बाँटने की बात कह रही है। अपनी मेहनत की कमाई का पैसा घुसपैठियों को दिया जाना देशवासियों को कतई मंजूर नहीं होगा। यह कांग्रेस की ‘अर्बन नक्सली सोच’ है। परिवारवादी लोगों ने देश के लोगों को लूटकर अपना आर्थिक साम्राज्य बना लिया है और अब उनकी नजर देशवासियों की सम्पत्ति पर पड़ गई है। देश की सम्पत्ति को लूटना कांग्रेस अपना जन्मसिद्ध अधिकार समझती है।