डायबिटीज के मरीजों को रोज क्यों करना पड़ता है ब्लड शुगर चेक? दिन में कितनी बार करें मॉनिटरिंग, डॉक्टर से जानें

डॉक्टर की मानें तो डायबिटीज के मरीजों को दिन में कम से कम 2 बार शुगर लेवल जरूर चेक करना चाहिए. इससे उन्हें शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद मिलेगी. नियमित रूप से शुगर लेवल की मॉनिटरिंग डायबिटीज मैनेजमेंट का अहम हिस्सा है.

डायबिटीज के मरीजों को रोज क्यों करना पड़ता है ब्लड शुगर चेक? दिन में कितनी बार करें मॉनिटरिंग, डॉक्टर से जानें

डायबिटीज के मरीजों को प्रतिदिन अपना ब्लड शुगर लेवल मॉनिटर करने की जरूरत होती है. इससे उन्हें शुगर लेवल का सटीक अनुमान रहता है और इसी को ध्यान में रखते हुए वे खाने-पीने और लाइफस्टाइल में बदलाव करते हैं. डायबिटीज के कई मरीजों को आपने देखा होगा कि वे कई दिनों तक शुगर लेवल चेक नहीं करते और अचानक तबीयत बिगड़ जाती है. ऐसी कंडीशन से बचने के लिए नियमित रूप से ब्लड शुगर चेक करना चाहिए. इससे उन्हें डायबिटीज को कंट्रोल करने में काफी मदद मिल सकती है. डॉक्टर से इस बारे में जरूरी बातें जान लेते हैं.

दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष और सीनियर फिजीशियन डॉ. अनिल बंसल ने News18 को बताया कि डायबिटीज की बीमारी से जूझ रहे लोगों प्रतिदिन 2-3 बार अपना शुगर लेवल चेक करना चाहिए. सुबह उठकर खाली पेट फास्टिंग शुगर लेवल चेक करना चाहिए और लंच व डिनर के बाद पोस्ट मील शुगर लेवल चेक करना चाहिए. हालांकि अगर कोई मरीज 3 बार शुगर लेवल चेक नहीं कर सकता है, तो कम से कम 2 बार सुबह और शाम को ब्लड शुगर लेवल जरूर मापना चाहिए. इतना भी संभव न हो, तो 1 बार तो शुगर लेवल हर हाल में चेक करना ही चाहिए.

डॉक्टर अनिल बंसल का कहना है कि डायबिटीज के मरीजों का ब्लड शुगर लेवल अगर लंबे वक्त तक ज्यादा रहे, तो इसकी वजह से उनकी नसें डैमेज होना शुरू हो जाती हैं. इस कंडीशन को डायबिटिक न्यूरोपैथी कहा जाता है. जब हमारे शरीर के किसी हिस्से की नर्व डैमेज हो जाती है, तब नसें उस हिस्से में सिग्नल भेजना बंद कर देती हैं. इसकी वजह से शरीर के अंग सही तरीके से काम नहीं कर पाते हैं. इसकी वजह से कई लोगों की जान भी जा सकती है. इससे बचने के लिए प्रतिदिन शुगर लेवल चेक करना चाहिए और अगर यह बढ़ जाए, तो डॉक्टर से मिलकर कंसल्ट करना चाहिए.

कब करवाना चाहिए HbA1c टेस्ट?

हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो डायबिटीज के सभी मरीजों को हर तीन महीने के बाद HbA1c टेस्ट कराना चाहिए. यह एक ब्लड टेस्ट है, जिसमें पिछले 3 महीनों के ब्लड शुगर का एवरेज पता चलता है. इसके आधार पर डॉक्टर डायबिटीज के मरीजों को जरूरी बदलाव की सलाह दे सकते हैं. प्रीडायबिटीज के मरीजों को भी यह टेस्ट हर तीन महीने में करवाना चाहिए, ताकि इसे रिवर्स करने में मदद मिल सके. इसके अलावा स्वस्थ लोग भी साल में एक बार HbA1c टेस्ट करा सकते हैं. इससे उन्हें अपने शुगर लेवल को मॉनिटर करने में मदद मिल सकेगी और डायबिटीज का खतरा टल सकेगा.