तुलसी का पौधा धार्मिक रूप से बेहद पवित्र माना गया है. घर के आंगन, बालकनी में अधिकतर लोग तुलसी का पौधा लगा कर रखते हैं. इसे परंपरा, आस्था और सेहत का संगम माना गया है. तुलसी को जड़ी-बूटियों की रानी भी कहते हैं. ढेरों औषधीय गुणों से भरपूर मानी गई है. इसे सेहत के लिए भी वरदान माना जाता है. तुलसी के पत्तों को सुबह खाली पेट चबाकर खाने से भी कई फायदे होते हैं. पाचन तंत्र सही रहता है. कब्ज ठीक होता है. शरीर डिटॉक्स होता है. तुलसी का वैज्ञानिक नाम ‘ओसीमम टेन्यूफ्लोरम’ है. तुलसी के सेवन के क्या फायदे होते हैं जानिए यहां.
तुलसी की चार किस्में देश में पाई जाती हैं- राम, श्याम, कपूर और वन. ये सभी बेहद खास हैं और अपनी अनूठी सुगंध और औषधीय गुणों के लिए जानी जाती हैं. औषधीय गुणों से भरपूर तुलसी शरीर की कई समस्याओं को दूर करने में सहायक है
चरक संहिता में तुलसी को एक शक्तिशाली जड़ी-बूटी के रूप में वर्णित किया गया है. इसकी पत्तियों को चबाकर खाने से आपकी हिचकी, खांसी, विष, सांस संबंधित रोग, हड्डियों का दर्द दूर हो सकता है.
तुलसी में यूजेनॉल नामक एक तत्व होता है, जो दर्द निवारक के रूप में काम करता है. यह सिरदर्द और शरीर के अन्य दर्द में राहत पहुंचा सकती है. इसका नियमित सेवन से सर्दी, खांसी, अन्य इंफेक्शन से बचाव होता है.
तुलसी एक ‘एडाप्टोजेन’ के रूप में काम करती है, जो स्ट्रेस को कम करने में कारगर है. चिंता, तनाव आदि मानसिक समस्या दूर कर सकती है.
तुलसी की पत्तियों में मौजूद गुण अस्थमा और ब्रोंकाइटिस जैसी सांस की बीमारियों में भी बेहद फायदेमंद साबित हो सकती हैं. जिन लोगों को ये समस्याएं हैं, वे अपने डॉक्टर से सलाह लेकर इसका सेवन कर सकते हैं. साथ ही,तुलसी की चाय, काढ़ा भी पीने से गले में खराश, कफ, जुकाम में आराम मिलता है.
इसे आप अपनी चाय में 3-4 पत्तियां डाल लें. पानी में इन पत्तियों को डालकर काढ़ा तैयार कर सकते हैं. बेस्ट होता है इसे डायरेक्ट पानी में अच्छी तरह से धोकर चबाकर खाना. आप किसी गंभीर रोग के होने पर इसे खुद से न खाएं, बल्कि अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें. वैसे तो ये नेचुरल है और इसे खाने से कोई नुकसान नहीं होता है.