सेक्टर-2 में पर्यावरण का संदेश, सेक्टर-7 में ऑपरेशन सिंदूर की झलक

दुर्ग ज़िले में गणेश उत्सव पूरे जोश और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में थीम आधारित पंडालों ने लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा है। खासकर सेक्टर-2 और सेक्टर-7 में तैयार किए गए पंडाल श्रद्धालुओं के बीच चर्चा का विषय बने हुए हैं।
भिलाई के सेक्टर-2 स्थित न्यू आज़ाद गणेश उत्सव समिति ने अपने 41वें गणेशोत्सव को खास बनाने के लिए ‘पर्वतराज थीम’ पर एक भव्य पंडाल का निर्माण किया है। इस पंडाल की खासियत यह है कि इसे पर्यावरण जागरूकता के संदेश के साथ तैयार किया गया है। इस पंडाल का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण का संदेश देना है।
समिति के उपाध्यक्ष अनिल सिंह ने बताया कि वे पिछले 40 वर्षों से हर साल अलग-अलग थीम पर पंडाल बनाते आए हैं। इस बार की पर्वतराज थीम के जरिए वे लोगों को पर्वतों और जंगलों के महत्व को समझाने का प्रयास कर रहे हैं।
पंडाल निर्माण में कोलकाता से आए कारीगर संतोष और उनकी टीम के करीब 45 कारीगरों ने 40 से 45 दिनों तक लगातार काम किया। पंडाल में कपड़ा, पॉप और सीमेंट का उपयोग करते हुए हरियाली से ढके पहाड़ों का मनोरम दृश्य बनाया गया है। प्रवेश द्वार पर पर्वतराज की विशाल प्रतिमा और दो प्रहरी दर्शकों का स्वागत करते हैं। अंदर की राजस्थानी शैली की सजावट पारंपरिक कला का जीवंत उदाहरण प्रस्तुत करती है।
वहीं सेक्टर-7 स्थित युवा खेल एवं सांस्कृतिक मंडल ने इस बार गणेश पंडाल को ‘ऑपरेशन सिंदूर थीम’ पर आधारित बनाया है, जो पूरी तरह देशभक्ति से ओतप्रोत है। यह पंडाल परंपरा और आधुनिकता का संगम है, जहां आधुनिक एलईडी लाइट्स, हाई-टेक साउंड सिस्टम और भव्य साज-सज्जा दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर रही है।
समिति के अध्यक्ष चन्ना केशवलू ने बताया कि इस थीम का उद्देश्य युवाओं और आम लोगों में देशप्रेम की भावना जागृत करना है। पंडाल में लगे फूड स्टॉल्स और अन्य झांकियां उत्सव के माहौल को और जीवंत बना रही हैं। कोलकाता के कुशल कारीगरों ने इस थीम को विशेष रूप से आकार दिया है।