नवा रायपुर में बनेगी राज्य की पहली क्रिकेट एकेडमी, रेत खनन और भारतमाला परियोजना के नियमों में हुआ बड़ा बदलाव

कैबिनेट बैठक में कई अहम फैसले, अब रेत खदानों का आवंटन होगा ई-नीलामी से, कृषि भूमि का मूल्य तय होगा हेक्टेयर के आधार पर

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अध्यक्षता में मंत्रालय स्थित महानदी भवन में हुई राज्य कैबिनेट बैठक में प्रदेश के विकास और पारदर्शिता से जुड़े कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। इनमें नवा रायपुर के परसदा में राज्य की पहली क्रिकेट एकेडमी की स्थापना, रेत खनन नियमों में संशोधन और भारतमाला परियोजना में अनियमितता रोकने के लिए मूल्यांकन प्रक्रिया में बदलाव जैसे अहम फैसले शामिल हैं।

रायपुर। नवा रायपुर में प्रदेश की पहली आधुनिक क्रिकेट एकेडमी की स्थापना का मार्ग प्रशस्त हो गया है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में परसदा स्थित 7.96 एकड़ भूमि इस परियोजना के लिए आबंटित करने को स्वीकृति दी गई। इससे छत्तीसगढ़ के क्रिकेट खिलाड़ियों को प्रशिक्षण और सुविधा का नया केंद्र मिलेगा।

बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि रेत खदानों के आवंटन की प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए अब इसे ई-नीलामी प्रणाली से किया जाएगा। इसके लिए 2019 और 2023 में लागू किए गए पुराने रेत नियमों को समाप्त कर, "छत्तीसगढ़ गौण खनिज साधारण रेत (उत्खनन एवं व्यवसाय) नियम 2025" को मंजूरी प्रदान की गई।

भारतमाला परियोजना में सामने आईं अनियमितताओं को देखते हुए सरकार ने कृषि भूमि के बाजार मूल्य निर्धारण की प्रणाली में भी संशोधन किया है। अब 500 वर्गमीटर की दर के बजाय सम्पूर्ण रकबा का मूल्य हेक्टेयर दर से तय किया जाएगा, जिससे भूमि अधिग्रहण में पारदर्शिता आएगी।

इसके अतिरिक्त केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप छत्तीसगढ़ जिला खनिज संस्थान न्यास नियम, 2015 में भी आवश्यक संशोधन किए जाने का फैसला लिया गया।

इन तमाम निर्णयों को राज्य में व्यवस्थागत सुधार और प्रशासनिक पारदर्शिता की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।