नेहरू नगर से टाटीबंध तक गड्ढा मुक्त होगी सड़क....45 करोड़ की लागत से 27 किमी सड़क पर किया जाएगा मिलिंग और डामरीकरण

दुर्ग. दुर्ग से रायपुर के बीच रोजाना आने जाने वालों के लिए अच्छी खबर है। अब उन्हें टाटीबंध से नेहरू नगर तक सड़क पर गड्ढे नहीं मिलेंगे। एनएचएआई ने इस 27 किलोमीटर लंबी सड़क के मिलिंग और डामरीकरण के लिए 45 करोड़ रुपए की स्वीकृति दे दी है। भिलाई और रायपुर को जोड़ने वाली एनएच-53 की हालत इतनी खराब है कि, लोगों को इससे आने जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। फ्लाई ओवर से लेकर सड़क पर जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं। इसको देखते हुए एनएचआई ने सड़क पर डामरीकरण करने के लिए टेंडर जारी किया है।
पीडब्ल्यूडी एनएचएआई के सब इंजीनियर जयंत वर्मा ने बताया कि, एनएच 53 पर सड़क की मीलिंग और डामरीकरण के लिए 45 करोड़ रुपए की स्वीकृति मिली है। नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने टाटीबंध से मीलिंग का काम शुरू कर दिया गया है। सड़क को आवश्यकता के अनुसार, 10 से 20 एमएम तक खोदकर समतल किया जा रहा है। इसके बाद डामरीकरण होगा। पहले टाटीबंध से कुम्हारी टोल प्लाजा तक काम पूरा होगा। इसके बाद कुम्हारी से चरोदा तक का काम शुरू किया जाएगा। चरोदा तक पूरा होने के बाद भिलाई तीन, भिलाई पावर हाउस और नेहरू नगर तक का काम होगा। लगभग 9 महीने में इस काम को पूरा कर लिया जाएगा।
एनएच पर ट्रैफिक के दबाव को देखते हुए सुपेला थाना के पास कोसानाला पुल को भी चौड़ा करने का काम किया जा रहा है। यहां बने टोल के स्ट्रक्चर को तोड़ दिया गया है। साथ ही जो एनएच कर्व में घूमी थी, उसे भी सीधा किया जा रहा है। जिससे दुर्घटना की आशंका को कम किया जा सके। कोसानाला पर पुल बनाने के लिए पाइलिंग का काम भी शुरू कर दिया गया। पुल बनने के बाद सड़क को चौड़ा किया जाएगा। इससे यहां से गाड़ियां आसानी से आवागमन कर पाएंगी।
एनएच पर बने कुम्हारी टोल प्लाजा को भी हटाने की योजना है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि, इसे कब तक हटाया जाएगा। समाज सेवी संगठनों और छत्तीसगढ़ में ट्रांसपोर्ट से जुड़े व्यवसायियों द्वारा इसे कुम्हारी टोलप्लाजा को हटाने की मांग की जा रही है। ट्रांसपोर्ट से जुड़े व्यवसायियों का कहना है कि मियाद खत्म होने के बाद भी टोल वसूली जारी है। जिस प्रकार कोसानाला से टोल वसूली बंद की गई है। उसी प्रकार कुम्हारी में भी टोल वसूली बंद होनी चाहिए। बहरहाल कुम्हारी टोल प्लाजा बंद होने के बाद इसके स्ट्रक्चर को भी गिराया जाएगा और यहां पर भी सड़क का समतलीकरण कर सड़क को व्यवस्थित किया जाएगा।