बनारस की तर्ज पर दुर्ग में बनेगा एक कॉरिडोर:शहर के प्रमुख मठ-मंदिर आपस में जुड़ जाएंगे

दुर्ग। बनारस की तर्ज पर दुर्ग में भी एक कॉरिडोर बनेगा, इससे शहर के प्रमुख मठ-मंदिर आपस में जुड़ जाएंगे। इसके लिए सबसे पहले मंदिरों से जुड़ने वाली सभी सड़कों का चौड़ीकरण किया जाएगा। रास्ता रोकने वाले कब्जे हटाए जाएंगे। इसके बाद सभी मठ-मंदिरों का जीर्णोद्धार किया जाएगा। इसका फायदा यह होगा कि भगवान के दर्शन के लिए भक्तों को गलियों में भटकना नहीं पड़ेगा।
एक ही रास्ते से वे सभी प्रमुख मंदिरों में आसानी से पहुंच सकेंगे। इस पर पहले चरण में करीब 72 करोड़ रुपए खर्च होंगे। दुर्ग शहर पुरातन मठ और शिद्ध मंदिरों को केंद्र है। यहां बड़ा-छोटा मठ, चंडी मंदिर, हनुमान मंदिर, किल्ला मंदिर, शीतला मंदिर, संतोषी मंदिर, लंगूर मंदिर प्रमुख आस्था के केंद्र है। लोगों की दिनचर्या इन्हीं मठ-मंदिरों के इर्द-गिर्द रही है, इसके लिए पुरातन काल से ही सभी आपस में सड़कों से जोड़ा गया था।
लेकिन, आबादी बढ़ने और सड़कों का चौड़ीकरण नहीं होने की वजह से मठ-मंदिरों के आस-पास की सड़कें संकरी होती गई और यहां अकसर ट्रैफिक जाम लगा रहता है। ऐसे में भक्तों का इन मंदिरों तक पहुंच पाना काफी मुश्किल होता है। इसी को देखते हुए दुर्ग विधायक गजेंद्र यादव के निर्देश पर लोक निर्माण विभाग ने एक प्रोजेक्ट तैयार किया है। इसके पहले चरण में संकरी सड़कों का चौड़ीकरण किया जाएगा। सबसे पहले चंडी चौक से नयापारा मार्ग तक दोहरी सड़क और बघेरा क्रासिंग से शिवम मार्ट तक सड़क का चौड़ीकरण किया जाएगा।
इन प्रोजेक्ट से शहर के लिए और क्या फायदा
मौजूदा समय कोटनी, बघेरा आदि गांव से हर दिन हजारों की संख्या में लोग बघेरा क्रासिंग परेतीन चौक, चंडी मंदिर चाैक होते हुए शहर आते-जाते हैं। इसकी वजह चंडी चौक पर रोज सुबह और शाम लंबा जाम लग रहता है। यह जाम पंचमुखी हनुमान मंदिर, शीतला मंदिर, किल्ला मंदिर तक के आवागमन को प्रभावित करता है। उधर, चंडी चौक से नयापारा तक की संकरी सड़क होने से भी चौक पर जाम की स्थिति बन रहती है। बघेरा रेलवे क्रासिंग से श्री शिवम मार्ट तक चौड़ी सड़क बनने से उधर से शहर आने-जाने वाले लोग इस सड़क का उपयोग करने लगेंगे। चंडी चौक, बड़ा व छोटा मठ, पंचमुखी हनुमान मंदिर, किल्ला मंदिर और शीतला मंदिर तक लगने वाले जाम से िनजात मिलेगी।