पीएम ने 50 मेगावाट सोलर पावर प्लांट का किया उद्घाटन.....280 करोड़ रुपए से तैयार सोलर प्लांट से होगी 360 करोड़ रुपए के राजसव की बचत

पीएम ने 50 मेगावाट सोलर पावर प्लांट का किया उद्घाटन.....280 करोड़ रुपए से तैयार सोलर प्लांट से होगी 360 करोड़ रुपए के राजसव की बचत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार 24 फरवरी को भिलाई चरोदा क्षेत्र में बने 50 मेगावाट रेलवे सोलर पावर प्लांट को राष्ट्र के नाम समर्पित कर दिया है। यह सोलर प्लांट 280 करोड़ रुपए की लागत से बनाया गया है। उद्घाटन कार्यक्रम में राज्य सभा सांसद सरोज पाण्डेय, रेलवे के जीएम आलोक कुमार, डीआरएम संजीव कुमार, आईजी रोम गोपाल गर्ग और कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधीरी और एसपी जितेंद्र शुक्ला सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

रेलवे के जीएम ने राज्य सभा सांसद सरोज पाण्डेय का किया सम्मान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली से भिलाई सहित देश के कई बड़े प्रोजेक्टर वर्चुअल उद्घाटन किया। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर और भिलाई में जो योजना का शुभारंभ किया उसके उद्घाटन कार्यक्रम स्थानीय सहित राजधानी रायपुर में किए गए। रायपुर में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय सहित कई मंत्री मौजूद रहे। तो वहीं स्थानीय स्तर पर वहां के नेता और अधिकारी मौजूद रहे। रेलवे के जीएम आलोक कुमार ने बताया कि इस सोलर पावर प्लांट शुरू होने से रेलवे को बड़ी मात्रा में एनर्जी की सप्लाई मिलेगी।

सोलर पॉवर प्लांट सौर ऊर्जा से रेल गाडिय़ों का परिचालन, ग्रीन इनर्जी, क्लीन इनर्जी के संकल्पना का विकास, कार्बन डायऑक्साइड के उत्सर्जन में प्रतिवर्ष 86000 टन की कमी व जलवायु परिवर्तन के बढ़ते खतरे से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। भिलाई के चरोदा व जंजगिरी के करीब बना यह सोलर पॉवर प्लांट रेलवे का सबसे बड़ा ग्रीन एनर्जी सोलर प्लांट है। इससे बिजली का उत्पादन शुरू हो चुका है। अभी इसका ट्रायल चल रहा है। ट्रायल के तौर पर यहां बिजली पावर ग्रिड, रायपुर को भेजी जा रही है। इससे भारतीय रेलवे न सिर्फ विद्युत ऊर्जा की बचत करेगा, बल्कि हरित ऊर्जा को भी बढ़ावा देगा। साथ साथ इससे हर साल कई करोड़ रुपए का राजस्व भी बचेगा।

यहां 33 केवी क्षमता का एक बिजली सब स्टेशन बनाया गया है। यहां बिजली संग्रहित की जा रही है। दूसरा सब स्टेशन 33/220 केवी क्षमता का पावर प्लांट से करीब 4 किलोमीटर दूर कुम्हारी स्थित पावर ग्रिड कारपोरेशन के सब स्टेशन के पास बनाया गया है। दूसरे सब स्टेशन से बिजली की सप्लाई रायपुर पावर ग्रिड को दी रही है। जितनी बिजली रेलवे ग्रिड को देगा, उतनी ही बिजली छत्तीसगढ़ या भारत के अन्य राज्य में ग्रिड से ले लेगा।