बमबारी से नाराज BJP:साव बोले- जलिया वाला कांड की तरह हमला किया, अफसर याद रखें समय बदलेगा हमारी आप पर नजर है

बमबारी से नाराज BJP:साव बोले- जलिया वाला कांड की तरह हमला किया, अफसर याद रखें समय बदलेगा हमारी आप पर नजर है

रायपुर। गुरुवार को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस ली। उन्होंने बुधवार को भाजपा के विधानसभा घेराव के वक्त प्रशासनिक कार्रवाई को लेकर नाराजगी जताई। साव ने कहा- जिस तरह से आंसू गैस के गोले छोड़े, लाठी बरसाई ये नादिर शाह और तुगलक की हरकत की याद दिलाता है। जिस तरह से भीड़ में बम फेंके गए वो जलिया वाला बाग की घटना को याद दिलाने वाला है।

भीड़ पर फेंका गया टिकट।

साव ने कहा - सरकार के इशारे पर यह हुआ है, प्रशासनिक अधिकारी इस बात को समझ लें सत्ता आती-जाती है । सत्ता के इशारे पर भाजपा के कार्यकर्ता या हक की लड़ाई लड़ने वालों पर बर्बरता करेंगे तो समय परिवर्तनशील है उनपर नजर है हमारी।

भाजपा कानूनी लड़ाई लड़ेगी
साव ने ये भी कहा- इस तरह से कार्यकर्ताओं पर बमबारी उनकी हत्या के प्रयास का मामला है । देश में कभी नहीं होता कि ऐसे लोगों की भीड़ पर आंसू गैस के गोले फेंके जएं। किसी के सिर में लग जाता ब्लास्ट होता तो वहीं मौत हो जाएगी, भीड़ पर कभी इस तरह से बम नहीं फेंका जाता। यहां तो हत्या का इरादा था ये पता चलता है, इस पर FIR करवाने के लिए हम विचार कर रहे हैं।

और बड़े आंदोलनों की तैयारी
साव ने कहा- कल जो बड़ा आंदोलन हुआ वह परिणाम नहीं पड़ाव है। भाजपा इसे परिणाम तक पहुंचाएगी और कांग्रेस सरकार द्वारा जनता से किए धोखाधड़ी के खिलाफ इससे भी बड़े-बड़े आंदोलन करेगी। कांग्रेस अब साढ़े चार साल बाद सवाल कर रही है अभी तक क्या कर रहे थे? उनके लिए तो सबसे बड़ा यक्षप्रश्न टी एस सिहदेव का इस्तीफा है। जिसमें उन्होंने साफ लिखा है कि कई बार आग्रह करने के बावजूद आवास योजना के लिए आपने राशि जारी नहीं की और विगत 3 वर्षों में हमने एक भी प्रधानमंत्री आवास नहीं बना पाए और इस्तीफे में 8 लाख आवास ना बना पाने की ग्लानि है। पहले कांग्रेस सरकार उस यक्ष प्रश्न का उत्तर दें फिर हम से चर्चा करें।

अरुण साव ने कहा गरीबों के मकान छीनने वाली कांग्रेस सरकार ने तमाम असंवैधानिक तरीके अपनाए, जगह जगह जनता का रास्ता रोकने के लिए बड़े-बड़े प्रबंध किए, लेकिन जनता का शोषण करने वाली इस कांग्रेस सरकार के सारे प्रबंध जनता ने ध्वस्त कर दिए। यह जनता अब अपना अधिकार मांगने सड़कों पर आ चुकी है और अब कांग्रेस को विदा करके ही चैन की सांस लेगी। अरुण साव ने कहा प्रधानमंत्री आवास के हितग्राहियों द्वारा किया गया यह प्रदर्शन कांग्रेस की विदाई का शंखनाद है ।

भाजपा विधानसभा पर कब्जा करना चाहती थी
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि लोकतंत्र में धरना प्रदर्शन हर राजनैतिक दल का अधिकार है लेकिन आंदोलन की मर्यादा और सीमा होती है। भाजपा भीड़ को उकसा कर विधानसभा में कब्जा करना चाहती थी। विधानसभा के घेराव का तात्पर्य यह नहीं होता है कि आप विधानसभा में कब्जा करने जा रहे है। प्रजातंत्र में विधानसभा में कब्जा की लोकतांत्रिक प्रक्रिया है। जनता राजनैतिक दल को चुनाव में मतदान करके यह अधिकार देती है। भाजपाई जिस उग्रता और उद्दंडता से विधानसभा की ओर बढ़ रहे थे पुलिस वालो से मारपीट पर उतारू थे यह व्यवहार लोकतंत्र में अस्वीकार्य है। भीड़ को उकसा कर विधानसभा में कब्जा करने की कोशिश भाजपा का फासीवादी और अतिवादी चरित्र है।

क्यों हुआ ये विरोध प्रदर्शन
भाजपा पूरे प्रदेश के अलग-अलग जिलों और विधानसभा इलाकों में मोर आवास मोर अधिकार अभियान चला रही थी। मुद्दा प्रदेश के करीब 20 लाख परिवारों को PM आवास योजना के मकान न देने का है। ये आरोप भाजपा ने कांग्रेस पर लगाया है, कहा गया है कि प्रदेश सरकार ने इस योजना में अपने हिस्से की रकम नहीं दी। इसी आंदोलन को बड़े स्तर पर रायपुर में विधानसभा घेराव के नाम से किया गया। प्रदेश भाजपा के सभी नेताओं ने इसमें हिस्सा लिया। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास भी इस आंदोलन में शामिल होने पहुंचे थे।