राजकोट गेम जोन हादसे में अबतक 28 की मौत...मरने वालों में 12 बच्चे; चश्मदीद बोला- 30 सेकेंड में आग फैली, शवों को पहचानना मुश्किल

(A). गुजरात के राजकोट शहर के कालावड रोड पर स्थित TRP गेम जोन में शनिवार शाम 4.30 बजे भीषण आग लग गई। हादसे में 12 बच्चों समेत 28 लोगों की मौत हो गई। 25 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
अभी भी मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है, क्योंकि यह पता नहीं है कि आग लगने के वक्त गेम जोन में कितने लोग मौजूद थे। मृतकों के शव इतनी बुरी तरह झुलसे हैं कि उनकी शिनाख्त नहीं हो सकी है। पहचान के लिए डीएनए टेस्ट किया जाएगा। आग पर 3 घंटे में काबू पाया गया।
वेल्डिंग के धमाके से आग लगी और फैल गई
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सीढ़ियों पर वेल्डिंग करते वक्त धमाका हुआ और एक मिनट में आग तीसरी मंजिल तक फैल गई। हालांकि, प्रशासन ने आग लगने की वजह नहीं बताई है गेम जोन में रबड़-रेक्सिन का फर्श, लगभग 2500 लीटर डीजल का स्टोरज, कार ट्रैक के किनारे रखे टायर और शेड में लगे थर्मोकोल शीट की वजह से कुछ मिनटों में पूरा गेम जोन भट्टी में बदल दिया और कुछ घंटों में खाक हो गया।
तीन मंजिला स्ट्रक्चर में नीचे से ऊपर जाने के लिए केवल एक सीढ़ी थी। आग नीचे से ऊपर तक फैल गई। दूसरी और तीसरी मंजिल के लोगों को भागने का मौका नहीं मिला।मौके पर मौजूद यश पटोलिया ने कहा, 'हम लोग रेस्टोरेंट में बैठे थे। तभी वहां आग लग गई। आग 30 सेकेंड में ही पूरे एरिया में फैल गई थी।' एक अन्य व्यक्ति ने बताया कि गेम जोन में कई जगह रिपेयरिंग और रेनोवेशन का काम भी चल रहा था। काफी संख्या में प्लाई के टुकड़े और लकड़ियां भी इधर-उधर फैली हुई थीं। यह भी आग की चपेट में आए और आग फैलती चली गई।'
गेम जोन के पास फायर एनओसी नहीं थी
पुलिस के मुताबिक, टीआरपी गेम जोन के पास फायर एनओसी तक नहीं थी। राजकोट पुलिस कमिश्नर राजू भार्गव ने बताया कि टीआरपी गेम जोन के मालिक और मैनेजर सहित दो अन्य लोगों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। सरकार ने जांच के लिए एसआईटी गठित की है।