सावन श्रद्धा का पर्व, शिव ही हैं मोक्ष का माध्यम: पं. प्रदीप मिश्रा

शिवमहापुराण कथा में उमड़ा आस्था का सागर, पं. मिश्रा बोले— भारत भूमि ही है स्वर्ग जाने का पासपोर्ट

सावन श्रद्धा का पर्व, शिव ही हैं मोक्ष का माध्यम: पं. प्रदीप मिश्रा

भिलाई के जयंती स्टेडियम में आयोजित शिवमहापुराण कथा के चौथे दिन श्रद्धा और आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा। अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने श्रद्धालुओं को सावन की महिमा, शिव की कृपा और भारत भूमि की दिव्यता से अवगत कराया। कथा पंडाल श्रद्धालु भक्तों से खचाखच भरे रहे, वहीं व्यवस्थाओं में जुटे आयोजकों की सेवा भी सराही गई।

भिलाई। सावन के पावन अवसर पर सिविक सेंटर स्थित जयंती स्टेडियम में आयोजित शिवमहापुराण कथा के चौथे दिन श्रद्धालुओं का उत्साह चरम पर रहा। पंडालों से बाहर भी बड़ी संख्या में बैठे श्रद्धालुओं ने श्रद्धा से कथा श्रवण किया। बोल बम सेवा समिति के संस्थापक व उपनेता प्रतिपक्ष श्री दया सिंह के नेतृत्व में बेहतर व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की गईं, जिनकी भूरी-भूरी प्रशंसा कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने स्वयं की।

पंडित मिश्रा ने कथा में कहा— सावन का महीना श्रद्धा, विश्वास और समर्पण का प्रतीक होता है। यह भगवान शिव को प्रसन्न करने का सबसे उपयुक्त समय है। उन्होंने समझाया कि शिव को मात्र एक चावल का दाना समर्पित करने से भी जीवन में सुख, शांति और समाधान प्राप्त हो सकता है।

कथा में उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए पं. मिश्रा ने भारत की महानता पर प्रकाश डालते हुए कहा— विदेशों में मृत्यु को 'एक्सपायर' कहा जाता है, जबकि भारत में मृत व्यक्ति 'स्वर्गवासी' कहलाता है। भारतभूमि ही है जो स्वर्ग का पासपोर्ट और वीजा प्रदान करती है।

उन्होंने स्त्री को शिव का प्रतिबिंब बताया और कहा कि स्त्रियों में शिवजी के सात गुण— कीर्ति, सुंदरता, मधुर वाणी, स्मरण शक्ति, धारण क्षमता, धैर्य और क्षमा का वास होता है। “नारी कभी किसी बात को नहीं भूलती, उसमें अपार धारण शक्ति होती है,” उन्होंने कहा।

कथा में यह भी उल्लेख किया गया कि भगवान शिव और मां पार्वती का विवाह सहज नहीं था। माता पार्वती ने कई वर्षों तक कठिन तपस्या की और सात परीक्षाएं दीं, तब जाकर शिवजी ने उन्हें स्वीकार किया। “संसार में कोई भी चीज पूर्ण नहीं मिलती, केवल महादेव ही पूर्ण हैं,” पं. मिश्रा ने कहा।

कार्यक्रम में अयोध्या सांसद बृजभूषण शरण सिंह, भारतीय कुश्ती संघ अध्यक्ष संजय सिंह, विधायक धरमलाल कौशिक, महापौर नीरज पाल, दूधाधारी मठ के महंत रामसुंदर दास, दुर्ग संभागायुक्त सत्यनारायण राठौर और भिलाई नगर निगम आयुक्त राजीव पांडेय सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।