चांपा रेलवे स्टेशन पर फंसी 25 बालिकाओं को पुलिस ने किया सुरक्षित रेस्क्यू
माइग्रेशन प्रोग्राम के दौरान महिला टीचर के साथ छूटीं छात्राएं, सूचना मिलते ही चांपा पुलिस ने बारिश के बीच दिखाई त्वरित संवेदनशीलता
जांजगीर-चांपा जिले में पुलिस की तत्परता और मानवीय संवेदनशीलता एक बार फिर सामने आई, जब उड़ीसा से माइग्रेशन प्रोग्राम के तहत आई 25 नवोदय छात्राएं चांपा रेलवे स्टेशन पर फंस गईं। महिला शिक्षक की सूचना पर पुलिस अधीक्षक ने तुरंत मदद भेजी और सभी बालिकाओं को सुरक्षित कोरबा के लिए रवाना किया गया।
जांजगीर-चांपा। आज चांपा रेलवे स्टेशन पर एक संवेदनशील स्थिति उत्पन्न हो गई, जब उड़ीसा राज्य के नवोदय विद्यालय भद्रक से माइग्रेशन प्रोग्राम के अंतर्गत आए 25 छात्राएं और उनकी महिला शिक्षक, चांपा स्टेशन पर फंस गईं। तय कार्यक्रम के अनुसार सभी छात्रों को कोरबा नवोदय विद्यालय तक बस से जाना था, लेकिन संचार में गड़बड़ी के कारण छात्र और छात्राएं अलग-अलग हो गए।
पुरुष शिक्षक के साथ छात्र समूह बस में कोरबा रवाना हो गया, वहीं महिला टीचर के साथ की छात्राएं स्टेशन पर ही रह गईं। स्कूल प्रबंधन से बात करने के बावजूद समाधान नहीं निकलने पर महिला शिक्षक ने पुलिस अधीक्षक श्री विजय कुमार पांडेय को फोन पर स्थिति की जानकारी दी।
एसपी श्री पांडेय ने तत्काल सहायता के निर्देश दिए और चांपा थाना प्रभारी को पुलिस टीम भेजने को कहा।
थाना चांपा से एसआई उमेंद्र मिश्रा के नेतृत्व में एक पुलिस टीम मौके पर भेजी गई, जिन्होंने महिला शिक्षक से संपर्क कर पूरी स्थिति समझी और तुरंत दो वैन की व्यवस्था कर छात्राओं को रेलवे स्टेशन से कोरबा के लिए सुरक्षित रवाना किया।
तेज बारिश और अव्यवस्था के बीच पुलिस की त्वरित कार्यवाही से सभी छात्राएं और महिला शिक्षक राहत महसूस करते हुए चांपा पुलिस और एसपी विजय कुमार पांडेय की सराहना करते नहीं थके। यह उदाहरण पुलिस की संवेदनशीलता और कर्तव्यनिष्ठा को दर्शाता है, जहां मानवता सबसे पहले है।