दिल्‍ली: इस सरकारी अस्‍पताल में शुरू हुई हार्ट ट्रांस्‍प्‍लांट की सुविधा, बिहार के मरीज को मिला नया जीवन

दिल्‍ली के सफदरजंग अस्‍पताल में हार्ट ट्रांस्‍प्‍लांट की सुविधा शुरू हुई है. यहां बिहार के समस्‍तीपुर के रहने वाले मरीज का हार्ट ट्रांस्‍प्‍लांट किया गया है.

दिल्‍ली: इस सरकारी अस्‍पताल में शुरू हुई हार्ट ट्रांस्‍प्‍लांट की सुविधा, बिहार के मरीज को मिला नया जीवन

नई‍ दिल्‍ली. राजधानी दिल्‍ली के सबसे बड़ी सरकारी अस्‍पतालों में से एक सफदरजंग अस्‍पताल में हार्ट ट्रांस्‍प्‍लांट की सुविधा शुरू हो गई है. हाल ही में सफदरजंग अस्‍पताल में पहला ह्रदय प्रत्‍यारोपित किया गया है. फिलहाल मरीज की हालत स्थिर है.

सफदरजंग अस्‍पताल की ओर से दी गई जानकारी में बताया गया कि समस्‍तीपुर, बिहार के रहने वाले 44 साल के व्‍यक्ति का हार्ट काम नहीं कर रहा था. उसे अस्‍पताल के सीटीवीएस और कार्डियोलॉजी विभाग में भर्ती जांच के लिए लाया गया. मार्च के महीने में जांच के बाद पता चला कि उसकी कोरोनरी धमनी में गंभीर रोग के कारण उसको एडवांस्‍ड हार्ट फेल्‍योर हुआ था. ऐसे में हार्ट ट्रांस्‍प्‍लांट ही एकमात्र उपाय था.

मरीज को हार्ट ट्रांस्‍प्‍लांटेशन के लिए हार्ट लेने वालों, नेशनल ऑर्गन एंड टिश्‍यू ट्रांस्‍प्‍लांट संगठन की लिस्‍ट में शामिल किया गया. इसके बाद नोटो ने गुड़गांव के एक प्राइवेट अस्‍पताल में दिल दान कर चुके डोनर का हार्ट 3 मई को वर्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज, सफदरजंग अस्‍पताल को देने की अनुमति दी.

इसके बाद सफदरजंग अस्‍पताल के मेडिकल सुप्रिटेंडेंट डॉ. बीएल शेरवाल के निर्देशन में सीटीवीएस के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अजीत, डॉ. सुबता प्रमाणिक आदि की टीम हार्ट लेकर अस्‍पताल आई. जहां सीटीवीएस के विभाग प्रमुख डॉ. अनुभव गुप्‍ता, डॉ. खुशवंत पोपली और एम्‍स के एक एक्‍सपर्ट की मदद से हार्ट ट्रांस्‍प्‍लांट को अंजाम दिया गया. फिलहाल मरीज ठीक है.

अन्‍य लोगों को भी मिल सकती है मदद
सफदजंग अस्‍पताल में हार्ट ट्रांस्‍प्‍लांट की सुविधा शुरू होने से बहुत सारे उन मरीजों को फायदा मिलेगा जो हार्ट की गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं, हार्ट ट्रांस्‍प्‍लांट की लिस्‍ट में हैं लेकिन उनके पास ट्रांस्‍प्‍लांटेशन कराने के लिए आर्थिक रूप से मजबूती नहीं है. इस अस्‍पताल में बहुत ही कम खर्च में ये सुविधा मौजूद है.