दुर्ग पुलिस का ऐसा थाना जहां दर्ज नहीं होती एफआईआर.....मोबाइल स्नेचिंग में लेते हैं गुम होने का आवेदन.....

दुर्ग जिले में एक ऐसा भी थाना है, जहां पर अपराध होने पर एफआईआर दर्ज नहीं होती। यहां की पुलिस या अपराध के एंगल को बदलवा देती है या फिर फरियादी कार्रवाई के लिए थाने के चक्कर काटता रहता है। इसके खिलाफ एसपी से लेकर कलेक्टर तक से शिकायत की जा चुकी है, लेकिन स्थिति जस की तस है।
यह थाना दुर्ग जिले के भिलाई में खुर्सीपार स्थित थाना है। खुर्सीपार क्षेत्र ऐसा क्षेत्र है, जहां बड़े और नामी गुंडों से लेकर मारपीट व चाकू चलाने वाले नशे के आदी अधिक रहते हैं। यहां आए दिन चोरी, चाकूबाजी और मर्डर जैसी घटनाएं होती है। इसके बाद यहां फरियादियों की कोई सुनवाई नहीं होती है।
आप नेता जशप्रीत सिंह से जब इस बारे में बात की गई तो उन्होंने टीम को दो पीड़ितों से मिलवाया, जिनकी रिपोर्ट थाने में दर्ज नहीं की गई। जशप्रीत का कहना है कि ऐसे दर्जनों केस वो बता सकते हैं, जो थाने अपराध की शिकायत लेकर जाते हैं, लेकिन उनसे वहां एक आवेदन लेकर उन्हें चलता कर दिया जाता है। हालत यह है कि ना तो यहां एफआईआर दर्ज की जाती है और ना ही आवेदन की पावती दी जाती है। पुलिस सिर्फ मौखिक रूप से जांच करती है और फिर मामले को दबा देती है।