नंदकुमार के कांग्रेस प्रवेश पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष साव बोले- जिनके खिलाफ जीवनभर रहे, अब उनके साथ क्यों

। पार्टी में 1977 से लगातार काम करते रहे। उन्हें तीन बार विधायक, तीन बार संसद, राज्यसभा सदस्य सहित कई बड़े पदों से नवाजा और हमेशा उनका सम्मान दिया है। लेकिन, अचानक उनका कांग्रेस पार्टी में जाना सोचने का विषय है। जिन्होंने जीवन भर कांग्रेस के खिलाफ लड़ाई लड़ी। आखिर में उनके साथ कैसे हो गए।

नंदकुमार के कांग्रेस प्रवेश पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष साव बोले- जिनके खिलाफ जीवनभर रहे, अब उनके साथ क्यों

दिग्गज आदिवासी नेता नंद कुमार साय के कांग्रेस में जाने पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरूण साव ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि वे BJP के बहुत सीनियर लीडर रहे हैं। पार्टी में 1977 से लगातार काम करते रहे। उन्हें तीन बार विधायक, तीन बार संसद, राज्यसभा सदस्य सहित कई बड़े पदों से नवाजा और हमेशा उनका सम्मान दिया है। लेकिन, अचानक उनका कांग्रेस पार्टी में जाना सोचने का विषय है। जिन्होंने जीवन भर कांग्रेस के खिलाफ लड़ाई लड़ी। आखिर में उनके साथ कैसे हो गए।

प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने मीडिया से बातचीत में कहा कि कांग्रेस ने 75 साल में आदिवासी नेताओं को कभी कोई बड़ा पद नहीं दिया। कांग्रेस ने आदिवासी समाज के आरक्षण को छीनने का काम किया है। अभी जो महिला आदिवासी राष्ट्रपति हैं वह भारतीय जनता पार्टी ने दिया है। आदिवासी समाज से छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम के साथ पिछले दिनों अपमान हुआ। ऐसे में कांग्रेस पार्टी में जाने की नंदकुमार साय की क्या मंशा है और कांग्रेस ने उन्हें पार्टी में कैसे शामिल कर लिया।

BJP ने हमेशा दिया सम्मान और पद
प्रदेश अध्यक्ष अरूण साव ने कहा कि नंदकुमार साय को भाजपा ने हमेशा बड़े-बड़े पदों से नवाजा है। उन्हें तीन बार विधायक, तीन बार सांसद और फिर राज्यसभा सदस्य के साथ ही मध्यप्रदेश के समय में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष, छत्तीसढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और फिर अनुसूचित जनजाति आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे। उन्होंने कहा कि मेरे प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद भी हमेशा उनका सम्मान किया।

जिस कांग्रेस ने किया अपमान, वहां कैसे चले गए
अरूण साव ने कहा कि नंदकुमार साय ने जीवन भर कांग्रेस के खिलाफ लड़ाई लड़ी। तब कांग्रेस ने उनका कई बार अपमान किया। लेकिन, आज वे कांग्रेस में कैसे शामिल हो गए।