450 करोड़ के काम 8 माह में करने का चैलेंज:नवा रायपुर स्मार्ट सिटी के 54 प्रोजेक्ट में सिर्फ 9 पूरे, रेलवे स्टेशन भी आधा ही बना

रायपुर. नवा रायपुर में स्मार्ट सिटी को 850 करोड़ की लागत से जून 2024 तक 54 सब प्रोजेक्ट कंपलीट करना है। वर्तमान में स्मार्ट सिटी महज 360 करोड़ खर्च कर सिर्फ 9 प्रोजेक्ट ही पूरा कर पाई है। 450 करोड़ की लागत से स्मार्ट सिटी को 45 प्रोजेक्ट पूरा करना है। क्योंकि जून 2024 से स्मार्ट सिटी योजना बंद हो जाएगी। उसके बाद केंद्र से फंड मिलना बंद हो जाएगा। उस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए राज्य सरकार को पूरा खर्च उठाना पड़ेगा। इसलिए एनआरडीए के अधिकारियों की बेचैनी बढ़ती जा रही है।
एनआरडीए के अधिकारियों ने सभी ठेका एजेंसियों को निर्धारित समय में सभी प्रोजेक्ट को पूरा करने का निर्देश जारी कर दिया है। अफसरों की माने तो बारिश और त्योहार के चलते थोड़ी दिक्कत आ रही है, लेकिन उम्मीद है कि मार्च 2024 तक सारे प्रोजेक्ट पूरे कर लिए जाएंगे। नवा रायपुर में स्मार्ट सिटी वर्ष 2017-18 में शुरू हुईं थी। इस दौरान स्मार्ट सिटी के माध्यम से नवा रायपुर में रेलवे स्टेशन का निर्माण कर रहा है। वर्तमान में सीबीडी रेलवे स्टेशन का महज 50 प्रतिशत काम पूरा हो पाया है।
नवा रायपुर में स्मार्ट सिटी को मार्च 2024 यानी 8 माह में बचे हुए सभी प्रोजेक्ट को पूरा करना है। ठेका एजेंसियों को काम में तेजी लाने के लिए टारगेट सौंप दिया गया है। लेकिन बारिश और आने वाले त्योहार काम में रोड़ा बन रहे हैं। बारिश और अगामी चुनाव में 3 माह तक काम प्रभावित रहेगा। ऐसे में स्मार्ट सिटी के पास 4 माह बचे हैं।
वर्तमान में नवा रायपुर में स्मार्ट सिटी द्वारा इंट्रीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सिस्टम के अंतर्गत हाईटेक सीसीटीवी कैमरा, स्ट्रीट लाइट, प्रचार-प्रसार के लिए 7 जगहों पर एलईडी स्क्रीन लगाई गई है। इसके साथ ही क्रिस्टल हाउस, सेक्टर 15 के अंतर्गत करीब 75 एकड़ में प्लांटेशन किया गया है। इसमें पाथवे और चारो तरफ बाउंड्री वाल का निर्माण किया गया है।
रायपुर, नवा रायपुर और बिलासपुर स्मार्ट सिटी में शामिल हैं। इनके विकास के लिए 50% केंद्र और 50% राज्य सरकार देती है। स्मार्ट सिटी जून 2023 में समाप्त हो रही थी लेकिन जिन प्रदेशों में काम विलंब से चल रहा था वहां के प्रतिनिधियों ने एक साल समय बढ़ाने की मांग की थी। उसके बाद समय को बढ़ाकर जून 2024 किया गया है। मल्टीलेवल पार्किंग, 13 गांवों के स्कूलों को हाईटेक बनाने जैसे कई काम करने हैं