महासमुंद में 3 लाख पर निलंबन, रायपुर में 17 लाख की गड़बड़ी पर चुप्पी!
लालपुर शराब दुकान में 17 लाख की गड़बड़ी, न नकदी मिली न शुद्ध शराब, फिर भी ADEO और ठेका कंपनी पर विभाग मौन

एक ओर जहां महासमुंद में मात्र 3 लाख रुपये के कम हिसाब पर स्थानीय ADEO को निलंबित कर दिया गया, वहीं रायपुर के लालपुर स्थित सरकारी शराब दुकान में 17 लाख रुपये की गड़बड़ी सामने आने के बाद भी जिम्मेदार अधिकारियों और ठेका कंपनी पर कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई। इससे आबकारी विभाग की निष्पक्षता और कार्रवाई की पारदर्शिता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
रायपुर। राजधानी की लालपुर स्थित सरकारी शराब दुकान में हुई बड़ी गड़बड़ी ने आबकारी विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर प्रश्नचिन्ह लगा दिए हैं। यहां निरीक्षण के दौरान 12 लाख रुपये नकद कम पाए गए, जबकि लगभग 5 लाख रुपये कीमत की अवैध, बिना होलोग्राम और मिलावटी शराब भी जब्त की गई। कुल मिलाकर करीब 17 लाख रुपये की आर्थिक अनियमितता सामने आई है। इसके बावजूद न तो संबंधित ADEO पर कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई हुई और न ही ठेका कंपनी के खिलाफ कोई कठोर कदम उठाया गया।
विपरीत स्थिति महासमुंद जिले में देखने को मिली, जहां सिर्फ 3 लाख रुपये के हिसाब में कमी आने पर विभाग ने तत्परता दिखाते हुए संबंधित ADEO को तत्काल निलंबित कर दिया। यह विरोधाभास साफ तौर पर विभागीय कार्यवाही की दोहरी नीति को उजागर करता है।
जानकारों का मानना है कि लालपुर शराब दुकान में हुई गड़बड़ी मामूली नहीं है। नकदी के गल्ले से 12 लाख रुपये की कमी और बिना होलोग्राम की शराब की मौजूदगी सीधे तौर पर ठेका कंपनी और अधिकारियों की मिलीभगत की ओर इशारा करती है। इसके बावजूद विभाग की चुप्पी अब संदेह के घेरे में है।
स्थानीय नागरिकों और जनप्रतिनिधियों ने मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों पर कठोर कार्रवाई की मांग की है। अगर जल्द ही कोई कड़ा कदम नहीं उठाया गया, तो यह मामला राज्यभर में शासन की साख को नुकसान पहुँचा सकता है।