नई दिल्ली (ए)। माइकल क्लार्क मॉडर्न क्रिकेट के बेहतरीन बल्लेबाजों में शुमार थे. उनकी कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया ने 2015 में वर्ल्ड चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया था. दाएं हाथ का यह पूर्व बल्लेबाज इस समय कैंसर से जूझ रहा है. स्किन कैंसर से जूझ रहे क्लार्क की हाल में छठी सर्जरी हुई है. उनके नाम से एक गांठ को हटाने के लिए यह सर्जरी हुई है. क्लार्क का सोशल मीडिया पर दर्द छलका है. उन्होंने इसके बारे में लोगों को जागरूक करते हुए कहा कि स्वास्थ्य की समय समय पर जांच करानी चाहिए.
विश्व कप 2015 विजेता कप्तान 44 वर्षीय माइकल क्लार्क ने इंस्टाग्राम पर ऑपरेशन के बाद की एक तस्वीर पोस्ट की जिसमें लोगों से नियमित रूप से त्वचा की जांच को प्राथमिकता देने का आग्रह किया गया, विशेषकर ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में जहां सूर्य की किरणों का संपर्क अधिक होता है. माइकल क्लार्क ने इंस्टाग्राम पर लिखा, ‘त्वचा कैंसर वास्तविक है! खासकर ऑस्ट्रेलिया में. आज मेरी नाक से एक और घाव काट दिया गया. अपनी त्वचा की जांच करवाने के लिए एक दोस्ताना रिमाइंडर. रोकथाम इलाज से बेहतर है लेकिन मेरे मामले में, नियमित जांच और जल्दी पता लगाना महत्वपूर्ण है.’
क्लार्क को पहली बार 2006 में उनके खेल करियर के दौरान त्वचा कैंसर का पता चला था और तब से वह कई बार सर्जरी करा चुके हैं. 2019 में उनके माथे सहित तीन घावों को हटाया गया था. वर्ष 2023 में उनके सीने से ‘बेसल सेल कार्सिनोमा’ हटाए जाने के बाद उन्हें 27 टांके लगाने पड़े जिसके बाद उन्होंने जागरूकता फैलाने के लिए ऑस्ट्रेलियाई त्वचा कैंसर फाउंडेशन के साथ साझेदारी की.
क्लार्क ने 2015 में ऑस्ट्रेलिया को एकदिवसीय विश्व कप खिताब दिलाने के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था.
ऑस्ट्रेलिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक माने जाने वाले क्लार्क ने 74 टेस्ट और 139 वनडे मैचों में ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी की. उनकी कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया ने 2013-14 में 5-0 से एशेज सीरीज जीतकर और 2015 विश्व कप जीतकर इतिहास रच दिया. अपनी शानदार बल्लेबाजी और रणनीतिक कौशल के लिए जाने जाने वाले क्लार्क ने 2004 से 2015 तक 115 टेस्ट, 245 वनडे और 34 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले.