ओटीपी आधारित टिकट बुकिंग सराहनीय, लेकिन दलालों पर सख्त कार्रवाई हो — उमाशंकर राव
रेलवे के नए नियमों की सराहना, पर स्टेशन प्रबंधन और सुरक्षा बलों की लापरवाही पर उठाए सवाल; कन्फर्म टिकट देने की व्यवस्था लागू करने की मांग

दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे रायपुर मंडल के पूर्व सलाहकार सदस्य एवं आंध्र स्वाभिमान एसोसिएशन के अध्यक्ष के. उमाशंकर राव ने रेलवे की ओटीपी आधारित टिकट बुकिंग प्रणाली का स्वागत करते हुए कहा है कि यह उपभोक्ताओं के हित में एक जरूरी कदम है, लेकिन सीसीटीवी की निगरानी में भी टिकट दलालों की गतिविधियाँ गंभीर चिंता का विषय हैं। उन्होंने रेल मंत्रालय और केंद्र सरकार से कड़े कदम उठाने की मांग की है।
रायपुर। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे रायपुर मंडल के पूर्व रेलवे सलाहकार समिति सदस्य और आंध्र स्वाभिमान एसोसिएशन के अध्यक्ष के. उमाशंकर राव ने रेलवे द्वारा तत्काल टिकट बुकिंग में ओटीपी आधारित सत्यापन प्रणाली लागू करने के निर्णय की प्रशंसा की है। उन्होंने इसे आम यात्रियों के हित में एक सकारात्मक कदम बताया और भारत सरकार व रेल मंत्रालय का आभार जताया।
राव ने कहा कि देशभर के आरक्षण काउंटरों पर सीसीटीवी कैमरों के बावजूद टिकट दलाल सक्रिय हैं, जो बार-बार टिकट बुकिंग में शामिल पाए जाते हैं। उन्होंने मांग की कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बारंबार टिकट बुकिंग करने वालों पर रेलवे एक्ट के तहत कार्रवाई की जाए।
उन्होंने यह भी आशंका जताई कि ओटीपी प्रणाली लागू होने के बाद भी दलाल नई तरकीबें अपनाकर सिस्टम को चकमा दे सकते हैं, इसलिए इसके साथ सुरक्षा बलों और स्टेशन प्रबंधन की जिम्मेदारी भी तय की जानी चाहिए।
राव ने रेलवे से आग्रह किया कि सभी ट्रेनों में स्लीपर और सामान्य श्रेणी की बोगियों की संख्या बढ़ाई जाए, ताकि मध्यम और निम्न आय वर्ग के लोग भी आसानी से यात्रा कर सकें। उन्होंने रेल मंत्रालय की उस पुरानी घोषणा की याद दिलाई जिसमें प्रत्येक यात्री को कन्फर्म टिकट देने की बात कही गई थी।
उन्होंने कहा कि मालगाड़ियों को प्राथमिकता देने के कारण पैसेंजर और एक्सप्रेस ट्रेनों की लेटलतीफी से यात्री विशेषकर विद्यार्थी और नौकरी के लिए इंटरव्यू पर जा रहे युवा प्रभावित हो रहे हैं, जिससे उनके भविष्य पर सीधा असर पड़ता है। राव ने सरकार से अपील की कि यात्री ट्रेनों का समयबद्ध संचालन सुनिश्चित कर, और मालढुलाई एवं यात्री सेवाओं के बीच संतुलन बनाकर, रेल सेवा को जनहित के अनुरूप बनाया जाए।