गुण्डिचा मंडप में गूंजे भक्ति सुर, भगवान जगन्नाथ के भजनों पर झूमे श्रद्धालु

रथयात्रा महोत्सव के चौथे दिन सुर सुधा ग्रुप की भक्ति संध्या में श्रद्धा और संगीत का संगम, अतिथियों ने दी कलाकारों को शुभकामनाएं

गुण्डिचा मंडप में गूंजे भक्ति सुर, भगवान जगन्नाथ के भजनों पर झूमे श्रद्धालु

भिलाई के सेक्टर-10 स्थित गुण्डिचा मंडप में जगन्नाथ रथयात्रा महोत्सव के तहत भक्ति संगीत से सजी एक अद्भुत संध्या का आयोजन हुआ। "सुर सुधा ग्रुप" के मधुर भजनों पर भक्तों ने झूमते हुए अपने आराध्य को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस सांस्कृतिक शाम में भक्तिभाव, कला और सामूहिक सहभागिता की अनोखी छटा देखने को मिली।

भिलाई। जगन्नाथ समिति, सेक्टर-4 के तत्वावधान में चल रहे रथयात्रा महोत्सव के चौथे दिन गुण्डिचा मंडप सेक्टर-10 में भक्ति और संगीत का दिव्य संगम देखने को मिला। इस अवसर पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में "सुर सुधा ग्रुप" की प्रस्तुति ने श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। हिंदी और ओड़िया दोनों भाषाओं में गूंजते भजनों की मधुर लहरियों ने भक्तों को भक्ति रस में डुबो दिया।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि भिलाई इस्पात संयंत्र के चीफ जनरल मैनेजर (एम एंड यू) श्री विजय कुमार बेहेरा और विशिष्ट अतिथि श्रीमती गीतांजलि बेहेरा ने भाग लिया। उन्होंने कलाकारों की सराहना करते हुए उन्हें शुभकामनाएं दीं। समिति के महासचिव श्री सत्यवान नायक एवं अन्य पदाधिकारीगण भी उपस्थित रहे।

"स्वर सुधा ग्रुप" की अगुवाई श्रीमती सुनीता निखाडे ने की, जिनके साथ श्रीमती प्रतिभा सावरकर, रिम्पी नैय्यर, भारती अशोक, लता नारायण, शालिनी पांडियन, रंजना वर्मा आदि कलाकारों ने अपनी स्वर प्रस्तुति से श्रद्धालुओं को भक्ति के रंग में रंग दिया। मुख्य अतिथि श्री विजय कुमार बेहेरा ने कलाकारों की उत्कृष्ट प्रस्तुति की सराहना करते हुए कहा कि “भक्ति और संगीत का यह मेल जीवन को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर देता है।” विशिष्ट अतिथि श्रीमती गीतांजलि बेहेरा द्वारा कलाकारों को प्रशस्ति पत्र भेंट किए गए, वहीं श्री बेहेरा ने उन्हें स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।

कार्यक्रम का संयोजन श्री त्रिनाथ साहू एवं रंजन महापात्र ने किया, मंच संचालन की जिम्मेदारी श्री वृंदावन स्वाईं ने निभाई।
समिति के महासचिव सत्यवान नायक ने जानकारी दी कि 1 जुलाई को "हेरा पंचमी" का आयोजन किया जाएगा। इस रथयात्रा महोत्सव को सफल बनाने में समिति के अध्यक्ष वीरेन्द्र सतपथी, महासचिव सत्यवान नायक एवं अन्य पदाधिकारी — त्रिनाथ साहू, भीम स्वाईं, अनाम नाहक, डी. त्रिनाथ, बसंत प्रधान, बीसी बिस्वाल, वृंदावन स्वाईं, सुशांत सतपथी, प्रकाश दास, कालू बेहरा, निरंजन महाराणा, प्रकाश स्वाईं, रवि स्वाईं, कवि बिस्वाल, जगन्नाथ पटनायक, सुभाष पात्रो, राजू बेहेरा, सीमांचल बेहेरा, वी.के. होता, कैलाश पात्रो, एस. दलाई — का विशेष योगदान रहा। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में श्रद्धालु और शहर के गणमान्य नागरिकों की गरिमामयी उपस्थिति रही।