छत्तीसगढ़ को मिला एआई डाटा सेंटर का तोहफा, सीएम साय ने रखी 1000 करोड़ की परियोजना की नींव
नवा रायपुर में 5 मेगावाट क्षमता वाले एआई डाटा सेंटर से 500 लोगों को मिलेगा रोजगार, प्रदेश को मिलेगी नई तकनीकी पहचान

छत्तीसगढ़ अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की दिशा में एक बड़ा कदम बढ़ा चुका है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने नवा रायपुर में रैक बैंक के एआई डाटा सेंटर की आधारशिला रखते हुए कहा कि यह परियोजना प्रदेश को देशभर में तकनीकी नेतृत्व दिलाएगी और छत्तीसगढ़ की एआई क्रांति, देश के लिए प्रेरणा बनेगी।
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी नवा रायपुर अब देश की तकनीकी पहचान बनने की ओर अग्रसर है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने शनिवार को सेक्टर-22 में मेसर्स रैक बैंक के 5 मेगावाट क्षमता वाले एआई डाटा सेंटर पार्क का भूमिपूजन किया। इस प्रोजेक्ट में करीब 1000 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्तावित है, जिससे 500 से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने इसे "डिजिटल छत्तीसगढ़" की दिशा में क्रांतिकारी कदम बताते हुए कहा कि यह डाटा सेंटर न केवल एआई इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूती देगा, बल्कि एजुकेशन, हेल्थ, मैन्युफैक्चरिंग और एंटरटेनमेंट सेक्टर को भी नई रफ्तार देगा।
उन्होंने बताया कि यह सेंटर सौर ऊर्जा से संचालित होगा और प्रदेश को ‘पावर प्लस स्टेट’ का लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री ने गर्व जताया कि नई उद्योग नीति के चलते छत्तीसगढ़ को महज 5 महीनों में 4.5 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश मिल चुका है।
उन्होंने इस मौके पर केंद्र सरकार के ‘इंडिया एआई मिशन’ की चर्चा करते हुए कहा कि मोदी जी के विजन को छत्तीसगढ़ जमीन पर उतार रहा है। सीएम साय ने यह भी बताया कि नवा रायपुर में नाइलिट की स्टेट ऑफ आर्ट यूनिट के लिए 10 एकड़ ज़मीन नि:शुल्क दी गई है, जिससे डिजिटल कौशल को बढ़ावा मिलेगा।
आखिर में उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ अब सिर्फ खनिज संपदा के लिए नहीं, बल्कि सेमीकंडक्टर और एआई सेवाओं के लिए भी देशभर में जाना जाएगा।