छत्तीसगढ़ में आयकर का बड़ा एक्शन: लोहे-स्टील कारोबारियों पर 300 करोड़ की टैक्स चोरी का शक, 20 कंपनियों की कड़ी मिली
45 ठिकानों पर चौथे दिन भी IT की कार्रवाई जारी; ब्लैक मनी को रियल एस्टेट में निवेश किए जाने के संकेत, साइबर टीम ने डिलीट डेटा किया रिकवर
छत्तीसगढ़ में लोहे-स्टील कारोबार से जुड़े प्रतिष्ठानों पर आयकर विभाग की चार दिवसीय कार्रवाई ने बड़े स्तर पर टैक्स चोरी के संकेत उजागर किए हैं। 45 स्थानों पर जारी छापों में शुरुआती जांच में 300 करोड़ से ज्यादा की कर चोरी की आशंका जताई गई है। IT की टीमें कई अहम दस्तावेज, डिजिटल रिकॉर्ड और डिलीट डेटा के महत्वपूर्ण हिस्से बरामद करने में सफल रही हैं।
रायपुर। छत्तीसगढ़ में आयकर विभाग की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाइयों में से एक रविवार को चौथे दिन भी जारी रही। लोहे-स्टील उद्योग से जुड़े प्रमुख कारोबारियों और उनके सहयोगियों के 45 से अधिक ठिकानों पर 4 दिसंबर से शुरू हुई जांच में विभाग को 300 करोड़ रुपए से अधिक की टैक्स चोरी का संदेह है। कार्रवाई में लगभग 200 अधिकारी शामिल हैं और अधिकारियों के मुताबिक जांच रविवार देर शाम तक पूरी होने की संभावना है।
फर्जी बिलिंग से लेकर इंटर-कंपनी ट्रांजैक्शन तक कई गड़बड़ियां उजागर
जांच टीम ने छापों के दौरान फर्जी बिलिंग, सर्कुलर रूटिंग, इंटर-कंपनी एंट्री और खर्चों को बढ़ाकर दिखाने जैसी कई अनियमितताओं के संकेत पाए हैं। अधिकारियों ने बताया कि इस नेटवर्क से 20 से ज्यादा कंपनियों के जुड़े होने की संभावना है।
जांच के दौरान बरामद दस्तावेज बताते हैं कि बड़ी मात्रा में ब्लैक मनी को प्रॉपर्टी और रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स में निवेश किया गया है।
डिलीट डेटा भी रिकवर, डिजिटल दस्तावेजों में छुपा था असली काला हिसाब
साइबर एक्सपर्ट की टीम ने कारोबारियों के लैपटॉप, मोबाइल और हार्ड डिस्क से बड़ी मात्रा में डिलीट डेटा रिकवर किया है। इनमें आंतरिक लेन-देन की शीट, मैसेज रिकॉर्ड, ड्राफ्ट फाइलें और गुप्त नोटिंग्स शामिल हैं, जिनसे भारी भरकम कैश फ्लो और अनडिक्लेयर्ड इनकम की पुष्टि होती है।
किसके ठिकानों पर कार्रवाई
जांच हिंदुस्तान कॉइल के अरविंद अग्रवाल, महामाया स्टील के राजेश अग्रवाल, ओम स्पंज के रवि बजाज, राधामणि स्टील के अंकुश अग्रवाल, बिजनेसमैन महेश गोयल सहित उनके रिश्तेदारों और बिजनेस पार्टनर्स के परिसरों में चल रही है।
जब्त हुआ डेटा, तैयार हो रहा है पूरा वित्तीय ट्रेल
अधिकारियों ने रेड के दौरान कंप्यूटर, हार्ड डिस्क, लेजर, फाइनेंशियल रजिस्टर, लैंड डील दस्तावेज और डिजिटल रिकार्ड जब्त किए हैं। इनकी हाई-इंटेंसिटी क्लोनिंग और वेरिफिकेशन की प्रक्रिया जारी है।
सिलतरा इंडस्ट्रियल एरिया में टीमों ने यूनिट-वाइज प्रोडक्शन रिकॉर्ड, MS पाइप यूनिट के दस्तावेज और रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रेल की विस्तृत जांच की है, जिनमें कई संदिग्ध प्रविष्टियों के मिलने की पुष्टि हुई है।
ब्लैक मनी को रियल एस्टेट में लगाने का पैटर्न
आईटी अधिकारियों के अनुसार शुरुआती पैटर्न इस ओर इशारा करता है कि बिना हिसाब की आमदनी को प्लॉट, कमर्शियल प्रॉपर्टी और बड़े रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स में निवेश कर वाइट करने की कोशिश की गई है।
जांच पूरी होने के बाद विभाग विस्तृत रिपोर्ट तैयार करेगा, जिसके आधार पर आगामी कर कार्रवाई तय होगी।
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