छत्तीसगढ़ में बढ़ी सर्द हवाएँ: शीतलहर का खतरा, स्वास्थ्य विभाग ने जारी की चेतावनी

आज से तापमान में 2–3 डिग्री की गिरावट; हाइपोथर्मिया, सर्दी-जुकाम से सतर्क रहने की अपील—जरूरी होने पर ही करें यात्रा

छत्तीसगढ़ में बढ़ी सर्द हवाएँ: शीतलहर का खतरा, स्वास्थ्य विभाग ने जारी की चेतावनी

रायपुर। प्रदेश में मौसम ने एक बार फिर करवट ले ली है। मौसम विभाग के अनुसार बुधवार से पूरे छत्तीसगढ़ में ठंड का असर तेज होगा। अनुमान है कि न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री तक की गिरावट आ सकती है। उत्तरी क्षेत्रों—विशेषकर सरगुजा संभाग—में शीतलहर चलने की आशंका के चलते अलर्ट भी जारी किया गया है।

इधर, स्वास्थ्य विभाग ने बदलते मौसम को देखते हुए एडवाइजरी जारी की है। विभाग का कहना है कि अचानक गिरते तापमान से हाइपोथर्मिया, सर्दी-जुकाम और वायरल संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। लोगों से अपील की गई है कि शीतलहर के दौरान अनावश्यक घर से बाहर निकलने से बचें। यात्रा भी केवल अत्यंत आवश्यक स्थिति में ही करें और शरीर को पूरी तरह गर्म रखने के लिए ऊनी व गर्म कपड़ों का उपयोग करें।

मैदानी जिलों में तापमान में उतार-चढ़ाव जारी है। दुर्ग इस समय प्रदेश के ठंडे शहरों में शामिल है, हालांकि बीते तीन दिनों में यहां तापमान में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की गई है। न्यूनतम पारा 10°C से बढ़कर 15.2°C पहुंच गया है। राजधानी रायपुर में भी हवाओं के रुख बदलने से तापमान 13°C से बढ़कर 16.8°C तक पहुंच गया।

पिछले 24 घंटों के आंकड़ों पर नजर डालें तो दंतेवाड़ा में 31.7°C अधिकतम तापमान रिकॉर्ड किया गया, जबकि अंबिकापुर में न्यूनतम तापमान 8.5°C रहा। उल्लेखनीय है कि पांच दिन पहले अंबिकापुर का तापमान 6°C तक लुढ़क गया था, जो पिछले एक दशक में नवंबर माह का सबसे न्यूनतम स्तर रहा है।