"झूठे धर्मांतरण आरोपों के खिलाफ सड़कों पर ईसाई समाज, राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन"

"राष्ट्रीय क्रिस्चियन मोर्चा ने दुर्ग में रैली निकालकर जताया विरोध, प्रशासन से सुरक्षा और न्याय की मांग"

धर्मांतरण के बेबुनियाद आरोपों के नाम पर ईसाई समुदाय के खिलाफ लगातार हो रही हिंसा और तोड़फोड़ की घटनाओं से आक्रोशित होकर राष्ट्रीय क्रिस्चियन मोर्चा ने दुर्ग कलेक्ट्रेट में जोरदार प्रदर्शन किया। मोर्चा के सदस्यों ने एसडीएम हितेश पिसदा को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपते हुए पीड़ा जताई और न्याय की मांग की।

दुर्ग। धर्मांतरण के झूठे आरोपों की आड़ में ईसाई समुदाय को निशाना बनाए जाने के खिलाफ राष्ट्रीय क्रिस्चियन मोर्चा ने मंगलवार को दुर्ग कलेक्ट्रेट का घेराव किया। जय भीम पार्क से शुरू हुई रैली में सैकड़ों की संख्या में ईसाई समाज के लोग और विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हुए। हाथों में तख्तियां और बैनर लेकर चल रहे प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी करते हुए अपनी नाराजगी जाहिर की।

कलेक्ट्रेट पहुंचकर मोर्चा के सदस्यों ने एसडीएम हितेश पिसदा को राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में प्रदेश भर में मसीही समुदाय पर हो रहे अत्याचार, हमले और धार्मिक स्थलों की तोड़फोड़ का जिक्र करते हुए इन घटनाओं पर तत्काल रोक लगाने और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की गई।

राष्ट्रीय क्रिस्चियन मोर्चा के सदस्य जोनाथन जॉन और रेव्ह. राकेश प्रकाश ने कहा कि यह आंदोलन किसी धर्म विशेष के खिलाफ नहीं, बल्कि संविधान में दिए गए धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार की रक्षा के लिए है। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ तत्व सुनियोजित तरीके से ईसाई समाज को बदनाम कर रहे हैं और उनके धार्मिक स्थलों को निशाना बना रहे हैं।

वहीं, एसडीएम हितेश पिसदा ने प्रदर्शनकारियों को आश्वस्त किया कि ज्ञापन में उठाए गए मुद्दों पर प्रशासन गंभीरता से विचार करेगा और उचित कार्रवाई की जाएगी।